पटना, सनाउल हक़ चंचल-
बिहार कर्मचारी चयन आयोग की ओर से आयोजित होनेवाली परीक्षाओं पर सवाल उठते रहे हैं. प्रथम इंटरस्तरीय संयुक्त प्रतियोगिता परीक्षा के दौरान जिस प्रकार से प्रश्न-पत्र लीक हुए और बवाल मचा, आयोग अब इस प्रकार की किसी भी परेशानी में नहीं फंसना चाहता है. प्रश्न पत्र लीक मामले की एसआईटी जांच चल रही है. पूर्व अध्यक्ष सुधीर कुमार सचिव परमेश्वर राम जेल में हैं. वहीं, ओएसडी सीके अनिल गायब हैं. अब आयोग ने परीक्षा के आयोजन से पहले सभी तैयारियों को पुख्ता बनाने का निर्णय लिया है.
आयोग ने परीक्षा के दौरान हर सेंटर पर मोबाइल नेटवर्क जाम करने का निर्णय लिया है. इसके लिए विभिन्न एजेंसियों से निविदा मांगी गई है. आयोग का कहना है कि ऐसी व्यवस्था करना चाहते हैं कि मोबाइल सर्विस या डाटा सर्विस का प्रयोग परीक्षार्थी नहीं कर पाएं. परीक्षा केंद्रों पर उन्नत किस्म का नेटवर्क जैमर लगाया जाएगा. यह जैमर टू जी, थ्री जी 4जी नेटवर्क को जाम करने में दक्ष होगा.
यह जैमर किसी प्रकार की डाटा सर्विस को भी रोकने में सफल होगा. इससे व्हाट्सएप्प या सोशल मीडिया के माध्यम से प्रश्न-पत्र को परीक्षा के दौरान बाहर भेजना संभव नहीं हो सकेगा. जैमर परीक्षा केंद्र के हर कमरे में होगा. पहले इसकी टेस्टिंग होगी. परीक्षा शुरू होने के आधे घंटे पहले से परीक्षा समाप्त होने तक जैमर चालू रहेगा.
बीएसएससी अध्यक्ष संजीव कुमार सिन्हा ने कहा कि प्रथम इंटरस्तरीय प्रतियोगिता परीक्षा की तैयारियां चल रही हैं. अभी हम परीक्षा केंद्र स्ट्रांग रूम को फूलप्रूफ बनाने की दिशा में कार्यक्रम को अंतिम रूप दे रहे हैं. परीक्षा केंद्र पर जैमर लगेगा, ताकि प्रश्न पत्र तक कोई बाहरी पहुंच सके. आयोग पूरी तैयारी के बाद परीक्षा तिथि की घोषणा करेगा.
बता दें कि बिहार में परीक्षा के दौरान प्रश्न पत्र आउट होने की शिकायत बढ़ी है. 29 जनवरी 5 फरवरी को बीएसएससी इंटरस्तरीय परीक्षा का प्रश्न पत्र आउट हुआ. इसके बाद परीक्षा स्थगित कर दी गई. इस पर रोक के लिए डाटा ट्रैफिक को ही रोकना सर्वाधिक कारगर कदम है. इस कदम के लिए आयोग ने ठोस कार्यक्रम तैयार किए हैं.