चंडीगढ़, 31 दिसम्बर= नोट बंदी के बाद कई जगहों पर लाखों व करोड़ों की रकम पुलिस व ईडी की टीम बरामद कर रही है। लेकिन कभी-कभी बड़ी रकम देखकर पुलिसकर्मियों का भी इमान डगमगा जाता है। ऐसा ही मामला हरियाणा के करनाल में सामने आया है। जहां पुलिस ने डिप्टी मेयर के आवास से 70 लाख बरामद होने के बाद केवल 16 लाख 45 हजार रुपए दिखाए। मामले का खुलासा होने के बाद पुलिस के तीन अधिकारियों को सस्पेंड करके मामले की जांच शुरू कर दी गई है।
जानकारी के अनुसार, शुक्रवार को देर रात्रि में पुलिस को गुप्त सूचना मिली थी कि करनाल के तरावड़ी में एक व्यक्ति के पास बड़ी मात्रा में कैश हैं। सूचना के बाद एसएचओ जसमेर सिंह गुलिया ने अपनी टीम एएसआई शिवचरण व जितेन्द्र के साथ मोहित पोपली के आवास पर छापा मारा। वहां पुलिस ने 70 लाख की कैश बरामद किए, लेकिन पुलिस ने देर रात्रि तक चली छापेमारी के बाद मोहित पोपली के पास से 16 लाख 45 हजार रुपए ही बरामद दिखाए। मोहित पोपली करनाल के डिप्टी मेयर मनोज वाधवा के एकाउंट का काम देखता है। मामला हाइप्रोफाइल होने के कारण पुलिस पूरे मामले को दबा नहीं पाई।
मोहित पोपली ने शनिवार को पूरे मामले की जानकारी आयकर अधिकारियों को दी। यही नहीं, मोहित ने यह भी स्वीकार किया कि बरामद रकम डिप्टी मेयर की है। इस पूरे रकम का हिसाब भी उसके पास है। राजनीतिक हस्तक्षेप के बाद एसपी पंकज नैन ने तरावड़ी, एसएचओ जसमेर सिंह गुलिया और एएसआई शिवचरण व जितेन्द्र को सस्पेंड कर एक जांट कमेटी गठित कर दी है।