1993 में मुंबई विस्फोट के आरोपी मुस्तफा डोसा की मौत
मुंबई, 28 जून : मुंबई में 1993 में हुए बम विस्फोट के आरोपी मुस्तफा डोसा की हार्ट अटैक से मौत हो गई है। डोसा को मंगलवार रात अचानक सीने में दर्द हुआ और उसे इलाज के लिए जेजे अस्पताल में भर्ती कराया गया, जहां उसकी मौत हो गई। 1993 में हुए बम विस्फोट में डोसा ने महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी।
मंगलवार की रात को अचानक एक बजे 1993 में हुए बम विस्फोट के आरोपी मुस्तफा डोसा के सीने में दर्द उठा और उसे इलाज के लिए जेजे अस्पताल ले जाया गया और तीन घंटे तक इलाज करने के बाद उसे पुन: आर्थर रोड जेल भेज दिया गया।
डॉक्टरों का कहना था कि अनियंत्रित तनाव और सीने में संसर्ग होने से डोसा को परेशानी थी। जेल से जब डोसा को इलाज के लिए जेजे अस्पताल लाया गया तो वहां पर जेल अधीक्षक के साथ ही अन्य वरिष्ठ अधिकारी भी पहुंच गए थे।
उल्लेखनीय है कि 1993 में हुए बम विस्फोट के मामले में विशेष टाडा न्यायालय ने डोसा को दोषी ठहराया था। सीबीआई के वकील दीपक सालवी ने डोसा के लिए अदालत से मौत की सजा मांगी थी। अदालत डोसा को कौन सी सजा सुनाएगा, इस पर लोगों की नजर लगी हुई थी कि डोसा की हार्ट अटैक से मौत हो गई।
बताया जाता है कि 1993 में हुए बम विस्फोट में जहां 257 लोगों की मौत हो गई थी, वहीं 713 लोग घायल हो गए थे। कुल 27 करोड रुपये की संपत्ति का नुकसान हुआ था। बम विस्फोट करने के लिए पाकिस्तान से तीन हजार किलो आरडीएक्स भेजा गया था, पर 10 प्रतिशत आरडीएक्स का इस्तेमाल ही हो पाया था।
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