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संयुक्त राष्ट्र में अजहर मसूद का फिर रक्षक बन सकता है चीन

बीजिंग, 30 अक्टूबर (हि.स.)। चीन भारत को चिढ़ाने का कोई मौका नहीं छोड़ना चाहता है। हालांकि दोनों देशों के बीच पिछले कुछ समय से संबंध अच्छे नहीं रहे हैं, लेकिन अब लगता है कि ये रिश्ते और भी बिगड़ सकते हैं। चीन ने एक बार फिर जैश-ए-मोहम्मद के सरगना मसूद अजहर को बचाने की पुख्ता तैयारी कर ली है। यह जानकारी सोमवार को मीडिया रिपोर्ट से मिली।

जानकारी के मुताबिक, चीन एक बार फिर अजहर को ग्लोबल आतंकी घोषित होने से बचाएगा और अपने दोस्त पाकिस्तान का साथ देगा। हालांकि अमेरिका, ब्रिटेन, फ्रांस समेत कई देशों ने मसूद अजहर पर प्रतिबंध की मांग की और प्रस्ताव पेश किया। लेकिन चीन पिछले कुछ समय से अपनी वीटो शक्ति का इस्तेमाल कर उसे बचाने में जुटा है।

इस साल जनवरी महीने में चीन ने प्रस्ताव के खिलाफ वीटो पेश किया था, बाद में इसकी समय सीमा को बढ़ाया गया। अब इसी सप्ताह गुरुवार को इस वीटो की समय सीमा खत्म हो रही है। 

नियमों के मुताबिक, अब इस समय सीमा को और आगे नहीं बढ़ाया जा सकता है। अर्थात अब चीन इस प्रस्ताव को पूरी तरह से खारिज करेगा, जिससे मसूद अजहर को ग्लोबल आतंकी घोषित करवाने की भारत की कोशिशों पर पानी फिर सकता है। विदित हो कि चीन सयुंक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद का स्थाई सदस्य है।

भारत ने लगातार चीन के सामने इस बात को रखा है कि मसूद अजहर भारत में कई हमलों को करवाने में शामिल रहा है जिसमें पठानकोट एयरबेस पर हुआ हमला भी शामिल है। लेकिन चीन ने लगातार कह रहा है कि अजहर के खिलाफ सबूत नहीं है। गौरतलब है कि चीन पहले भी कई मौकों पर पाकिस्तान की मदद कर चुका है।

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