वाराणसी : महाशिवरात्रि पर कड़ी सुरक्षा के बिच , जर्रा जर्रा होगा शिवमय.
Uttar Pradesh. वाराणसी, 23 फरवरी (हि.स.)। धर्म नगरी वाराणसी में महाशिवरात्रि पर्व पर श्री काशी विश्वनाथ मंदिर में उमड़ने वाली लाखों शिवभक्तों की भीड़ और सुरक्षा व्यवस्था को लेकर जिला प्रशासन ने कमर कस लिया है। महापर्व पर जहां मंदिर परिक्षेत्र में सुरक्षा व्यवस्था की अभेद्य किलेबन्दी रहेगी, वही चप्पे-चप्पे पर सुरक्षाकर्मी और कोबरा कमान्डो तैनात रहेंगे। इसके अलावा सीसीटीवी कैमरे के साथ ड्रोन कैमरे से भी निगहबानी होगी।
महाशिवरात्रि पर्व की पूर्व संध्या पर गुरुवार को सुरक्षा तैयारियों को जिला प्रशासन के अफसरों ने अन्तिम रूप दिया। वहीं दर्शन करने आने वाले लाखों श्रद्धालुओं की सुविधा के बैरिकेंटिग को भी दोपहर बाद अन्तिम रूप दे दिया गया। बाबा दरबार में कतारबद्ध होकर ही आम श्रद्धालुओं को दरबार में जाना होगा। दिव्यांग और वृद्ध श्रद्धालुओं के लिए अलग व्यवस्था की गई है। वीआइपी श्रद्धालुओं के लिए शाम को पांच से सात बजे तक का समय निर्धारित किया गया है। ज्ञानवापी एसपी सुरक्षा शशिकांत तिवारी ने बताया कि काशी विश्वनाथ मंदिर में सुरक्षा के व्यापक प्रबंध किए गए हैं। बिना तलाशी के किसी को भी प्रवेश की अनुमति नहीं होगी।
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बतादें कि शिव भक्तों को गोदौलिया, गिरजाघर व नीचीबाग से की गई बैरिकेडिंग में ही लाइन लगानी पड़ेगी। लाइन में लगकर ही श्रद्धालु ज्ञानवापी क्रासिंग से छत्ताद्वार पहुंचेंगे और यहां पर तैनात सुरक्षाकर्मी तलाशी लेकर सभी को प्रवेश देंगे। जिला प्रशासन ने इस बार दर्शनार्थियों की दो कतारें लगवाने की तैयारी की है। पहली कतार चौक की तरफ से तो दूसरी दशाश्वमेध-डेढ़सीपुल-गोदौलिया से लगेगी। दोनों लाइन छत्ताद्वार क्रासिंग गेट नंबर चार पर पहुंचेंगी। वहा से श्रृंगार गौरी होते हुए मंदिर में श्रद्धालु प्रवेश करेंगे। दर्शन के बाद आम श्रद्धालुओं को गेट नंबर दो सरस्वती फाटक से बाहर निकाला जाएगा। दिव्यांग व वृद्धजनों को विशेष सुविधा दिव्यांग व वृद्धों को गेट नंबर एक ढुंढिराज प्वाइंट से प्रवेश दिया जाएगा। दर्शन करने के बाद इसी रास्ते श्रद्धालु लौटैंगे। दरबार में मोबाइल, इलेक्ट्रॉनिक चाबी, कैमरा, गुटखा, माचिस, चाकू लाने पर मनाही है।