पटना, सनाउल हक़ चंचल
लाइव सिटीज डेस्क : जदयू से राज्यसभा सांसद आरसीपी सिंह ने शरद यादव और लालू प्रसाद को लेकर करारा तंज कसा है. उन्होंने लालू प्रसाद पर चुटकी लेते हुए कहा कि शरद यादव को अपनी पार्टी की ओर से राज्यसभा भेजने की घोषणा क्यों नहीं कर रहे? मायावती के लिए तो तुरंत एलान कर दिया था. राज्यसभा में जदयू के नेता आरसीपी सिंह ने शरद यादव और अली अनवर की सदस्यता समाप्त किए जाने को राजनीतिक दलों के अंदरूनी अनुशासन के लिए शुभ समाचार करार दिया है.
आरसीपी सिंह ने बुधवार को संवाददाता सम्मेलन में कहा कि शरद यादव ने अपने आचरण से यह स्थापित कर दिया था कि उन्होंने स्वेच्छा से पार्टी की सदस्यता त्याग दी है. वह पार्टी के निर्देश का उल्लंघन करते हुए लालू प्रसाद की रैली में शामिल हुए थे. शरद यादव और अली अनवर लगातार यह प्रयास कर रहे थे कि कैसे उनकी सदस्यता रद किए जाने का मामला खिंचता रहे. हम लोगों की ओर से 2 सितंबर को दोनों की सदस्यता रद करने का आवेदन दिया गया था. फैसला कुछ देर से आया, लेकिन दुरूस्त आया. यह फैसला इसलिए भी अहम है क्योंकि इससे किसी भी दल में अंदरूनी अनुशासन तोडऩे वालों पर अंकुश लगेगा. उन्हें सबक मिलेगी.
उन्होंने कहा कि हमने जो मुद्दे उठाए थे, उन सारे मुद्दों पर राज्यसभा के सभापति ने गौर किया और उनका उल्लेख आदेश में भी किया है. आश्चर्य तो यह है कि शरद यादव ने अली अनवर के माध्यम से मेरी सदस्यता समाप्त किए जाने का 555 पृष्ठों का आवेदन दिया था. लालू जी! झूठ मत बोलो, खुदा के पास जाना है और पैदल ही जाना है
इसमें उन्होंने कहा है कि आरसीपी सिंह की आस्था नीतीश कुमार में है, इसलिए इनकी सदस्यता समाप्त की जाए. नीतीश कुमार हमारे नेता हैं, उनमें मेरी आस्था है. चुनाव आयोग ने भी स्पष्ट कर दिया है कि जदयू नीतीश कुमार का है. मैंने उनके इस आवेदन पर 11 पेज का जवाब राज्यसभा सचिवालय को सौंपा है. जब शरद यादव की सदस्यता समाप्त हो गई है तो कोई भी समझ सकता है कि उनके आवेदन का क्या होगा?