मणिशंकर अय्यर पाकिस्तान में मेरी सुपारी देने गए थे: पीएम मोदी
नई दिल्ली, 08 दिसंबर : प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने कांग्रेस के शीर्ष नेताओं पर हमला जारी रखते हुए आज आरोप लगाया कि कांग्रेस के निलंबित नेता मणिशंकर अय्यर ने अपनी पाकिस्तान यात्रा के दौरान ‘उन्हें रास्ते से हटाने’की बात कही थी।
श्री मोदी ने उत्तर गुजरात में चुनावी सभाओं को संबोधित करते हुए कहा कि श्री अय्यर ने पाकिस्तानी मित्रों के साथ अपनी बैठक में कहा था कि भारत-पाकिस्तान के संबंधों में सुधार के रास्ते में नरेन्द्र मोदी एक रोड़ा हैं। उन्हें रास्ते से हटाए बिना दोनों देशों के संबंध सुधारे नहीं जा सकते । प्रधानमंत्री ने जन समुदाय से पूछा कि रास्ते से हटाए जाने का क्या मतलब होता है। श्री मोदी ने यह भी पूछा कि क्या श्री अय्यर उन्हें रास्ते से हटाने के लिए सुपारी देने पाकिस्तान गए थे।
श्री मोदी ने कहा कि भ्रष्टाचार और लूट के खिलाफ उनके अभियान के कारण बहुत से लोग उनके दुश्मन बन गए हैं तथा उन्हें नुकसान पहुंचाना चाहते हैं। उन्होंने कहा कि देश की जनता ही उनके लिए रक्षा कवच है। श्री मोदी जोरदार शब्दों में कहा कि ‘मैं मौत को मुट्ठी में रखकर चलता हूं।’
उल्लेखनीय है कि प्रधानमंत्री ने कल दक्षिण गुजरात की अपनी सभाओं में श्री अय्यर के ‘नीच आदमी’ के कथन को लेकर उन पर हमला बोला था। श्री अय्यर की टिप्पणी को लेकर देश भर में प्रकट हुए जनाक्रोश के मद्देनजर बाद में कांग्रेस ने उन्हें प्राथमिक सदस्यता से निलंबित कर दिया था।
श्री मोदी ने आज श्री अय्यर के साथ ही पूर्व प्रधानमंत्री डॉ मनमोहन सिंह और वरिष्ठ अधिवक्ता कपिल सिब्बल को भी निशाने पर लिया। पूर्व प्रधानमंत्री की गुजरात यात्रा पर चुटकी लेते हुए श्री मोदी ने कहा कि डॉ. सिंह जब प्रधानमंत्री थे तो वह बुलाने पर भी गुजरात नहीं आते थे। सरदार सरोवर परियोजना के तहत जब जल विद्युत संयंत्र का उद्धाटन करने के लिए जब उन्हें निमंत्रण दिया गया तो उनका उत्तर था ‘देखता हूं, सोचता हूं, बताऊंगा’। श्री मोदी ने कहा कि आज विधानसभा चुनाव के दौरान अब डॉ. सिंह बार बार गुजरात आ रहे हैं ।
श्री मोदी ने नोटबंदी का विरोध करने के लिए डॉ. सिंह की आलोचना करते हुए पूछा कि आखिर इस फैसले से उनका क्या नुकसान हुआ। क्यों वह इस फैसले को लेकर इतने नाराज हैं।
डॉ. मनमोहन सिंह की राजकोट यात्रा के दौरान का एक रोचक प्रसंग सुनाते हुए श्री मोदी ने कहा कि उनकी प्रेस कांफ्रेंस में मनसुख काका नामक एक बुजुर्ग पहुंच गए । उनकी उम्र का लिहाज करते हुए एसपीजी सुरक्षाकर्मियों ने उन्हें नही रोका और वह सीधे मनमोहन सिंह तक पहुंच गए। काका ने एक पुस्तक डॉ. सिंह के हाथ में थमा दी। इस पुस्तक में डॉ. मनमोहन सिंह के कार्यकाल के दौरान हुए भ्रष्टाचार का कच्चा चिट्ठा था। श्री मोदी ने मनसुख काका के साहस और साफगोई की प्रशंसा करते हुए कहा कि ‘उनको मेरा सौ-सौ सलाम’।
अयोध्या मुकदमे का जिक्र करते हुए श्री मोदी ने कांग्रेस के वरिष्ठ पार्टी नेता और अधिवक्ता कपिल सिब्बल की भूमिका पर आज फिर व्यंग्य बाण छोड़े। प्रधानमंत्री ने कहा कि अयोध्या मुकदमा 19वीं शताब्दी से चल रहा है । 19वीं शताब्दी बीती, 20वीं शताब्दी बीती और अब 21वीं शताब्दी चल रही है ।कांग्रेस पार्टी बताए कि वह इस मुकदमें को और कितने समय तक टालने के पक्ष में है।
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उन्होंने कहा कि देश में शांति, एकता और सांप्रदायिक सद्भाव का तकाजा है कि इस मामले का जल्दी से जल्दी फैसला आए। न्यायालय का फैसला चाहे किसी के भी पक्ष में आए लेकिन फैसला आना चाहिए। लेकिन श्री सिब्बल ने उच्च्तम न्यायालय में दलील दी कि मामले की अंतिम सुनवाई जुलाई 2019 के बाद होनी चाहिए। श्री मोदी ने पूछा कि चुनाव का बहाना लेकर न्यायिक प्रक्रिया में कौन हस्तक्षेप कर रहा है।
इस प्रकरण में श्री सिब्बल की सफाई पर सवाल खड़ा करते हुए श्री मोदी ने कहा कि इस तथ्य में कोई दम नहीं है कि श्री सिब्बल सुन्नी वक्फ बोर्ड के वकील हैं या नहीं। आखिर श्री सिब्बल को यह स्पष्ट करना चाहिए कि इस मुकदमें में राम मंदिर समर्थक पक्ष के वकील हैं या बाबरी मस्जिद समर्थक पक्ष के ।
प्रधानमंत्री ने कहा कि शिया वक्फ बोर्ड, सुन्नी वक्फ बोर्ड और राम मंदिर आंदोलन से जुड़े नेता ये तीनों पक्ष मामले की जल्द सुनवाई और फैसले के पक्ष में हैं फिर श्री सिब्बल और कांग्रेस पार्टी न्यायिक प्रक्रिया में क्यों अड़ंगा डाल रही है।
श्री मोदी ने गुजरात की अस्मिता का हवाला देते हुए कहा कि कांग्रेस अभी तक इस तथ्य को नहीं पचा पाई है कि जिस कुर्सी पर गांधी-नेहरू परिवार का ही व्यक्ति बैठता रहा है उस पर ‘गुजरात का चायवाला कैसे बैठ गया’। उन्होंने कहा कि कांग्रेस के गुस्से का औऱ कोई कारण नही है। उन्होंने उपहास के लहजे में कहा ‘क्या मैने कांग्रेस कार्यालय में चोरी की है। उनकी मोटर या साइकिल उठाई है। यदि ऐसा नही है तो कांग्रेस का गुस्सा किस बात को लेकर है’।
श्री मोदी ने कहा कि वास्तव में प्रधानमंत्री पद पर वह इसलिए बैठ पाए हैं कि गुजरात की जनता ने उन्हें अभूतपूर्व समर्थन दिया। इसे लेकर अब कांग्रेस गुजरात की जनता से बदला लेना चाहती है। उन्होंने मतदाताओं से आग्रह किया कि वे 9 औऱ 14 दिसंबर को होने वाले मतदान में कांग्रेस को करारा जवाब दें। (हि.स.)।