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बीजेपी-शिवसेना के बीच मराठी- गैरमराठी विवाद बढ़ा

बीएमसी सचिव पद के लिए रस्साकशी

मुंबई. फरवरी में होने वाले बीएमसी चुनाव से पहले बीएमसी सचिव की नियुक्ति को लेकर एक बार फिर मराठी-गैरमराठी विवाद चरम पर पहुंच गया है. शिवसेना बीएमसी सचिव संगीता शर्मा को समर्थन दे रही है जबकि बीजेपी सेवा वरिष्ठता के आधार पर मराठी भाषी अधिकारी शुभांगी सावंत के समर्थन में कूद गई. हालांकि हिंदीभाषी अधिकारी के खिलाफ भाजपा के आक्रामक रुख से भाजपा के हिंदीभाषी नगरसेवक असमंजस में हैं. इसलिए इस मुद्दे पर कुछ बोलने पर कतरा रहे हैं.

शिवसेना बीजेपी के बीच छिड़े विवाद की वजह ही बीएमसी सचिव को लेकर है. बीएमसी के सचिव पद पर एक हिंदीभाषी महिला अधिकारी कार्यरत है. जबकि एक अन्य मराठीभाषी भी इस पद की दावेदार थीं. भाजपा ने मराठी मुद्दा उठाते हुए शिवसेना पर मराठी भाषी अधिकारियों के साथ अन्याय करने का आरोप मढ़ दिया है. भाजपा गुट नेता प्रभाकर शिंदे ने आरोप लगाया कि नियम के खिलाफ जाकर शिवसेना ने एक गैरमराठी अधिकारी को समर्थन दे रही है. शिंदे ने कहा कि हम किसी के खिलाफ नहीं हैं, लेकिन जिस अधिकारी की नियुक्ति नियमों के विरुद्ध की गई है हम उसका विरोध कर रहे हैं. शिंदे ने कहा कि एक मराठी भाषी अधिकारी को दरकिनार कर शिवसेना ने गैरमराठी को नियम के खिलाफ सचिव बना दिया है. शिवसेना सिर्फ मराठी लोगों के नाम पर राजनीति करती है.

भाजपा पर पलटवार करते हुए शिवसेना नगरसेवक एवं स्थायी समिति अध्यक्ष यशवंत जाधव ने कहा कि वर्ष 2008 के बाद हिंदी व मराठी व अनुवादक विभाग एक साथ काम कर रहे हैं. पदोन्नति को लेकर स्पष्टता न होने की वजह से भ्रम की स्थिति पैदा हुई है. बुधवार को स्थायी समिति ने इस विभाग में पदोन्नति के लिए नई पॉलिसी को मंजूर किया है. इससे योग्यता के अनुसार लोगों की पदोन्नति होगी. जो जिस पद पर है उसे पदावनत नहीं किया जाएगा. इस पॉलिसी के बाद सेवा वरिष्ठता को लेकर मचा उहापोह हमेशा के लिए बंद हो जाएगा.

विरोधी पक्ष नेता रवि राजा ने कहा कि बुधवार को प्रस्ताव को मंजूरी दी गई हमने उसका समर्थन किया है लेकिन पूर्व में सचिव को लेकर हमारा रुख अब भी वहीं है. सचिव की नियुक्ति नियमों के विपरीत जाकर हुई है. हमने पहले ही बीएमसी कमिश्नर को पत्र लिख कर विरोध जताया है. शिवसेना सिर्फ मराठी अस्मिता के नाम पर राजनीति करती है. घाटकोपर-मानखुर्द फ्लाईओर का नाम स्थापत्य समिति में पास होने के बावजूद छत्रपति शिवाजी महाराज का नाम नहीं दे रही है. इसी से पता चलता है कि शिवसेना मराठी लोगों के साथ कितनी खड़ी है.

भालचंद्र शिरसाट , भाजपा नेता

भाजपा मराठी माणुस के नाम पर घड़ियाली आंसू बहा रही है. भाजपा के कितने मराठी नगरसेवक हैं, कितने लोगों को टिकट दिया यह भाजपा को सोचने की जरूरत है. मराठी हित के नाम पर भाजपा ढोंग कर रही है. चुनाव के समय ही भाजपा को मराठी याद आते हैं. शिवसेना मराठी, गैरमराठी में भेदभाव नहीं करती है.

यशवंत जाधव, स्थायी समिति अध्यक्ष / स्थायी समिति में पदोन्नति की नीति मंजूर

सचिव पद पर विवाद के बीच स्थायी समिति ने सचिव व अनुवाद विभाग में सेवा वरिष्ठता पदोन्नति नीति को मंजूरी दे दी. सेवा वरिष्ठता को लेकर पदोन्नति को स्पष्ट कर दिया गया है.
1. पदोन्नति के निए पदोन्नति परीक्षा उत्तीर्ण करने की तिथि ली जाएगी. यदि वहां भी दिन एक ही है तो .
2. ज्वाइनिंग तारीख देखा जाएगा. यद वह भी एक ही है तो.
3. जन्मदिन तारीख के आधार मान कर सेवा वरिष्ठता पर प्रमोशन दिया जाएगा.

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