पूर्व DGP पर ज़मीन कब्जाने का आरोप, CM ने दिए जांच के आदेश
लखनऊ, 11 अप्रैल (हि.स.)। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने पूर्व पुलिस महानिदेशक डीजीपी जगमोहन यादव के खिलाफ जांच के आदेश दिए हैं। पुलिस अनुसार पूर्व डीजीपी पर ज़मीन कब्जा करने का आरोप है, जिसकी विवेचना राजधानी के गोसाईगंज थाने की पुलिस कर रही है।
गोसाईगंज में आवास विकास की अवध बिहार योजना में विभाग का निर्माण कार्य चल रहा है। विगत दिनों आवास विकास के अपर अभियंता सुसेन्द्र विश्वकर्मा के नेतृत्व में एक टीम पंहुची और जांच में पाया कि वहां की काफी जमीन पर कुछ लोगों के द्वारा अवैध रूप से कब्जा कर रखा गया है। जब उन्होने जानकारी की तो पता चला कि इस ज़मीन पर प्रदेश के पूर्व डीजीपी जगमोहन यादव का कब्जा है। जेई ने कब्जे को हटवाने की कार्यवाई शुरू की तो वहां पर अनीता रावत नाम की एक महिला ने उनसे अभद्रता शुरू कर दी जब जेई ने विरोध किया तो उसने उन्हे पूर्व डीजीपी का नाम लेकर न सिर्फ धमकाया बल्कि उनका मोबाइल फोन भी छीन लिया।
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काफी मशक्कत के बाद जेई वहां से बच कर गोसाईगंज थाने पंहुचे और पुलिस को पूरी बात बताई। पीड़ित की तहरीर पर पुलिस ने मुकदमा दर्ज कर विवेचना शुरु कर दी। तो वहीं मुख्यमंत्री योगी आदित्य नाथ ने इस मामले को गंभीरता से लिया है और वर्तमान डीजीपी जावीद अहमद को जांच के आदेश देते हुए एक सप्ताह के भीतर रिपोर्ट मांगी हैं। बताया जा रहा है कि रिपोर्ट के बाद पूर्व डीजीपी जगमोहन यादव की मुश्किले बढ़ सकती हैं।
स्कार्ट लेकर चलते है डीजीपी
पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव के बहुत करीबी माने जाने वाले पूर्व डीजीपी जगमोहन यादव का आज भी जलवा बरकार हैं। प्रदेश में भाजपा की सरकार होने के बावजूद डीजीपी स्कार्ट लेकर चलते हैं। इसकी जानकारी होने के बाद शासन ने उनसे उनका स्कार्ट वापस ले लिया हैं।