दिल्ली में प्रदूषण की स्थिति बेहद खराब : सुप्रीम कोर्ट
नई दिल्ली, 06 फरवरी (हि.स.)। दिल्ली में प्रदूषण पर सुनवाई करते हुए सुप्रीम कोर्ट ने कहा है कि हम ये नहीं चाहते कि दिल्ली पूरे देश का आदर्श बने। जस्टिस मदन बी लोकुर की अध्यक्षता वाली बेंच ने कहा कि दिल्ली में प्रदूषण की स्थिति इतनी खराब है कि इसका अनुकरण देश का कोई शहर नहीं करना चाहेगा।
सुनवाई के दौरान सुप्रीम कोर्ट ने कहा कि अगर दिल्ली का अनुकरण देशभर के शहर करने लगे तो पूरे देश में प्रदूषण की स्थिति भयावह हो सकती है।
पिछले 25 जनवरी को सुप्रीम कोर्ट ने केंद्र सरकार को निर्देश दिया था कि प्रदूषण नियंत्रण के लिए बनाए गए एक्शन प्लान का दायरा बढ़ाकर पूरा देश कर दिया जाए। सुप्रीम कोर्ट ने ने कहा था कि देश के स्तर पर वायु प्रदूषण बड़ी समस्या है। कोर्ट ने कहा था कि पटना और रायपुर दिल्ली से ज्यादा प्रदूषित शहर हैं।
सुनवाई के दौरान कोर्ट ने कहा था कि दिल्ली के अलावा दूसरे शहरों में भी प्रदूषण नियंत्रित करने के लिए ठोस कदम उठाए जाएं। सुनवाई के दौरान केंद्र सरकार ने कहा था कि दिल्ली और एनसीआर में प्रदूषण कम करने के लिए विस्तृत एक्शन प्लान नोटिफाई कर दिया गया है। इसके लिए केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड दिशा-निर्देश जारी करेगा।
वायु प्रदूषण पर नियंत्रण के लिए इसके पहले सुप्रीम कोर्ट कई आदेश जारी कर चुका है। पिछले साल दीवाली के समय सुप्रीम कोर्ट ने पटाखों की बिक्री पर रोक लगा दिया था। प्रदूषण नियंत्रण के लिए ही दिल्ली में दस साल पुराने डीजल और 15 साल पुराने पेट्रोल के वाहनों पर रोक लगाने का आदेश दिया था। पिछले साल सुप्रीम कोर्ट ने 31 मार्च के बाद बीएस थ्री वाहनों की बिक्री और उत्पादन पर रोक लगा दिया था।