खंडवा की इस बेटी ने दंगल में रचा इतिहास .
Madhya Pradesh. खंडवा, 16 फरवरी= निमाड़ की बेटियों ने राष्ट्रीय स्तर पर जहां हाल ही में दंगल में कीर्तिमान रचते हुए ब्रांज अपने कब्जे में किया है वहीं अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भी जिले की बेटियां पीछे नहीं है। श्रद्धा और विश्वास के साथ अपने उपलब्धियों को श्रेय गुरू को देते हुए महिला सब जूनियर खिलाड़ी ने समाज के समक्ष एक आदर्श प्रस्तुत किया है।
समाजसेवी सुनील जैन ने बताया कि प्राप्त जानकारी के अनुसार आज समाज में जेंडर आधारित विषमता धीरे-धीरे कम होकर समाप्ति की ओर अग्रसर है जो भविष्य के एशियाई खेलों तथा ओलंपिक के लिए बहुत सारी आशाएं जगाती हैं। जिले के मुख्यालय पर निवासरत ऋषि सोनकर की आत्मजा प्रांजल सोनकर ने खेल-खेल में इतिहास रच दिया है। यह भारतीय कुश्ती के लिए एक मील के पत्थर के रूप में कुश्ती जगत द्वारा बताया जा रहा है। खंडवा जिले में मप्र केसरी स्व. हुकुमचंद यादव द्वारा उक्त बालिका को प्रशिक्षण एवं सहायता सहित मार्गदर्शन उपलब्ध कराया गया जिससे उसने सफलता का यह इतिहास रच कर अपने गुरू के प्रति कृतज्ञता को प्रमाणित किया।
कुश्ती संघ सचिव रघु पांजरे ने बताया कि नेशनल सबजूनियर रेसलिंग चौम्पियनशिप प्रतियोगिता का आयोजन आंध्रप्रदेश के चिततुर ग्राम के डीएसए ग्राउंड में 8 से 12 फरवरी तक आयोजित हुआ जिसमें खंडवा जिले की बालिका प्रांजल सोनकर ने 70 किग्रा वर्ग में कांस्य पदक जीतकर जिले को गौरवांवित किया और खंडवा पहुंचते ही अपने गुरू मप्र केसरी स्व. हुकुमचंद यादव के चरणों में ब्रांज मेडल श्रद्धांजलि स्वरूप अपने हाथों से अर्पित किया।