कासगंज की घटना को राज्यपाल ने बताया उत्तर प्रदेश के लिए कलंक
लखनऊ, 29 जनवरी (हि.स.)। उत्तर प्रदेश के राज्यपाल राम नाईक ने कासगंज की घटना को सबसे दर्दनाक करार दिया है। उन्होंने ऐसी घटना को उत्तर प्रदेश के माथे का कलंक भी बताया। साथ ही कहा कि प्रदेश सरकार मामले की तह तक जाकर जांच करे।
राज्यपाल राम नाईक सोमवार को महाराणा प्रताप जयंती के अवसर पर उनकी प्रतिमा पर पुष्पाजंलि करने गये थे। यहां उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार को चाहिए की कानून व्यवस्था को दुरूस्त रखे, जिससे ऐसी घटनाएं ना हो। नाईक ने कहा कि तिरंगा यात्रा के नाम पर ऐसी घटना प्रदेश के लिए शर्मनाक है। कासगंज हिंसा पर सरकार उचित कार्यवाही करे। जिससे आगे ऐसी घटना की पुनरावृत्ति न हो।
उन्होंने कहा कि कासगंज में जो हुआ वह हम सभी के लिए शर्म की बात है। सरकार को ऐसे कदम उठाने चाहिए, जिससे कहीं और ऐसी घटना ना हो सके। उधर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कासगंज हिंसा में मारे गए चंदन गुप्त के परिजनों को 20 लाख रुपए की आर्थिक मदद देने का निर्देश दिया है।
गौरतलब है कि 26 जनवरी को गणतंत्र दिवस के मौके पर तिरंगा यात्रा के दौरान हुए दो पक्षों के बीच खूनी संघर्ष में चंदन गुप्ता की मौत हो गई थी। इस हिंसक झड़प की आग पूरे शहर में फैल गई। जिसके बाद शहर मे कर्फ्यू लगा दिया गया।
पुलिस के मुताबिक कासगंज हिंसा मामले में अब तक कुल 112 लोग गिरफ्तार किए गए हैं। इनमें से 31 अभियुक्त हैं। जबकि 81 अन्य को एहतियातन गिरफ्तार किया गया है। हिंसा के मामले में अब तक पांच मुकदमे दर्ज किए गए हैं। इनमें से तीन कासगंज के कोतवाल की तहरीर पर दर्ज हुए हैं।