Uttarakhand. देहरादून, 21 फरवरी= उत्तराखंड मुक्त विश्वविद्यालय में विशेष बीएड पर लगा अडंगा जल्द हटेगा। विश्ववि़द्यालय में जल्द ही यह कोर्स पुनः शुरू कर दिया जाएगा। विवि एजुकेशन डिस्टेंस काउंसिल में मान्यता के लिए प्रक्रिया शुरू कर चुका है। बताया जा रहा है कि प्रक्रिया अंतिम चरण में है।
ज्ञातव्य है कि मुक्त विवि ने वर्ष 2015 में विशेष आवश्यकता वाले दिव्यांग, मूक बधिर और दृष्टिबाधित छात्रों के लिए विशेष बीएड शुरू किया था। इसके लिए भारतीय पुनर्वास परिषद के साथ अनुबंध किया गया। कोर्स के पहले वर्ष में दाखिले भी दिए गए, लेकिन अब नियमों में बदलाव कर दिया गया है।
इसके तहत अब डिस्टेंस एजुकेशन काउंसिल से भी मान्यता जरूरी है। जिसके लिए विवि प्रक्रिया शुरू कर चुका है। इस बीच विवि प्रवेश परीक्षा के लिए आवेदन करा चुका था। अब प्रवेश शुल्क लौटाया जा रहा है।
विवि के जनसंपर्क अधिकारी डॉ. राकेश रयाल ने बताया कि मान्यता की प्रक्रिया अंतिम चरण में है। इसके तुरंत बाद कोर्स शुरू कर दिया जाएगा। अभ्यर्थियों का शुल्क इसलिए लौटाया जा रहा है क्योंकि आवेदन को काफी वक्त हो चुका था। डिस्टेंस एजुकेशन काउंसिल से हरी झंडी मिलते ही दोबारा आवेदन लिए जाएंगे।
उत्तराखंड मुक्त विश्वविद्यालय (यूओयू) ने सेमेस्टर और वार्षिक परीक्षा के लिए परीक्षा फॉर्म जारी कर दिए हैं। इसके अलावा जो अभ्यर्थी बैक अथवा इंप्रूवमेंट एग्जाम देना चाहते हैं वे भी विश्वविद्यालय की वेबसाइट पर ऑनलाइन फॉर्म भर सकते हैं।
विश्वविद्यालय जून में वार्षिक और सेमेस्टर परीक्षा का आयोजन करने जा रही है। इसी के तहत परीक्षा में शामिल होने वाले छात्रों के लिए परीक्षा फॉर्म, बैक और इंप्रूवमेंट फॉर्म विवि ने जारी कर दिए हैं।
डॉ. राकेश रयाल ने बताया कि एग्जाम फॉर्म नहीं भरने वाले छात्रों को किसी भी दशा में परीक्षा में बैठने की अनुमति नहीं दी जाएगी। वेबसाइट पर परीक्षा केंद्रों की सूची शहरों के नाम व कोड सहित अपलोड की गई है।
उन्होंने बताया कि अभ्यर्थियों को एग्जाम फॉर्म में सेंटर का पता भी अनिवार्य रूप से भरना होगा। उन्होंने बताया कि यह सुविधा छात्रों को उनकी इच्छानुसार केंद्र का चुनाव करने के लिए दी गई है। परीक्षा फॉर्म में भरे गए केंद्र को बाद में बदलना संभव नहीं होगा।
छात्र 15 मार्च तक बिना किसी लेट फीस के परीक्षा फॉर्म ऑनलाइन भर सकते हैं। इसके बाद 16 से 31 मार्च तक वह लेट फीस के साथ फॉर्म भर सकेंगे। अभ्यर्थियों को 250 रुपये विलंब शुल्क चुकाना होगा।