इविवि के 131वें स्थापना दिवस पर तीन न्यायमूर्ति हुए सम्मानित
इलाहाबाद, 23 सितम्बर (हि.स.)। इलाहाबाद विश्वविद्यालय के 131वें स्थापना दिवस पर एक भव्य कार्यक्रम का आयोजन किया गया। विश्वविद्यालय के तीन विशिष्ट पुरा छात्रों सर्वाेच्च न्यायलय के न्यायमूर्ति आर.के अग्रवाल और न्यायमूर्ति अशोक भूषण एवं उड़ीसा उच्च न्यायालय के मुख्य न्यायाधीश विनीत सरन को सम्मानित भी किया गया।
इस अवसर पर न्यायमूर्ति आर.के अग्रवाल ने कहा कि वे विश्वविद्यालय की गौरवशाली परम्परा को आगे बढ़ते हुए देख कर अह्लादित हैं। उन्होंने कुलपति हाँगलू द्वारा किये गए शैक्षिक एवं वित्तीय सुधारों की प्रशंसा की। न्यायाधीश अशोक भूषण ने कहा कि वर्तमान में विश्वविद्यालय, शिक्षक एवं छात्र-छात्राओं की आधुनिक भारत के निर्माण में विशेष भूमिका है। उन्होंने विश्वविद्यालय के गौरवशाली अतीत का प्रेरणादायक तरीके से उल्लेख किया। न्यायमूर्ति विनीत सरन ने कहा कि वे विश्वविद्यालय द्वारा सम्मानित होने पर गर्व महसूस कर रहे हैं। उन्होंने छात्रों के व्यक्तितव के पूर्ण विकास में विश्वविद्यालय की भूमिका का विशेष उल्लेख किया।
कुलपति प्रो.हाँगलू ने कहा कि स्थापना दिवस पर हम सभी को संकल्प लेना चाहिए कि विश्वविद्यालय की महान परम्परा को आगे बढ़ाने में उसका हर सदस्य अपना सार्थक योगदान दे। अतिथियों का स्वागत प्रो. ए.ए फतमी ने किया एवं अतिथियों का परिचय व स्थापना दिवस के कार्यक्रम के महत्व को प्रो.हेरम्ब चतुर्वेदी ने रेखांकित किया।
कार्यक्रम में विश्वविद्यालय की आंतरिक गुणवत्ता रिपोर्ट का विमोचन भी किया गया। प्रो. आर.के चौबे की पुस्तक ‘‘सूचना का अधिकार विधि’’ का विमोचन भी किया गया। कुलसचिव प्रो. एन.के शुक्ला ने धन्यवाद ज्ञापन किया एवं दो नए छात्रावासों की स्थापना की घोषणा की। जिसे कुलपति के विशेष प्रयासों के उपरान्त मानव संसाधन विकास मंत्रालय एवं विश्वविद्यालय अनुदान आयोग द्वारा स्वीकृति प्रदान की गई है। कार्यक्रम का संचालन डा. प्रदीप शर्मा ने किया।