अमरनाथ आतंकी हमला : इस ड्राइवर की बहादुरी ने बचाई कई जानें
जम्मू, 11 जुलाई : कश्मीर के अनंतनाग में सोमवार रात अमरनाथ यात्रियों की बस पर हुए आतंकी हमले में सात श्रद्धालुओं की मौत हो गई जबकि 19 लोग घायल हुए हैं किन्तु अगर ड्राइवर अपनी सूझबूझ और बहादुरी से काम न लेता तो मरने वालों का आंकड़ा कई गुना बढ़ सकता था। आतंकियों द्वारा यात्री बस पर बरसाई जा रही गोलियों की परवाह न करते हुए ड्राइवर ने गाड़ी को दौड़ाए रखा जिसकी वजह से कई अन्य यात्रियों की जान बच पाई।
आतंकी हमले की घटना की जानकारी देते हुए उस समय बस में सवार वलसाड के योगेश प्रजापति ने बताया कि हम अमरनाथ के दर्शन करके लौट रहे थे। श्रीनगर से हमारी बस शाम को 5 बजे निकली थी लेकिन 2 घंटे के सफर के बाद अनंतनाग से 2 किलोमीटर पहले हमारी बस खराब हो गई। इसके बाद जैसे ही हमारी बस चलने को तैयार हुई तो बस की खिड़कियों पर ताबड़तोड़ गोलियां बरसने लगीं।
आतंक पर आस्था भारी, आतंकी हमले के बावजूद श्रद्धालु अमरनाथ यात्रा के लिए रवाना
हमारे ड्राइवर सलीम ने इसके बाद भी बस नहीं रोकी और बहादुरी से चलाते रहे, जबकि आतंकी मिलिट्री कैंप पहुंचने तक बस में गोलियां दागते रहे। प्रजापति ने कहा कि सेना ने हमें बचाने का काम किया, लेकिन इस हमले में 7 लोगों की मौत हो गई और कई लोग घायल हो गए। यह एक चमत्कार ही है कि बाकी लोग जिंदा हैं और जल्दी ही घर लौंटेंगे। बस गुजरात के वलसाड से गई थी और सभी यात्री गुजरात के ही थे। बताया जा रहा है कि यह बस श्राइन बोर्ड में पंजीकृत भी नहीं थी। सुरक्षा एजेंसियों से मिली जानकारी के मुताबिक यह यात्री 2 दिन पहले ही अमरनाथ यात्रा पूरी कर चुके थे और पिछले 24 घंटे से श्रीनगर और आसपास के इलाकों में घूम रहे थे।