हिन्दी में कुरान,उर्दू में रामचरितमानस ,सम्प्रदायिक एकता की अनूठी मिसाल बनी यह लाइब्रेरी
हमीरपुर, 07 दिसम्बर (हि.स.)। उत्तर प्रदेश के हमीरपुर जिला मुख्यालय का राजकीय पुस्तकालय साम्प्रदायिक एकता की अनूठी मिसाल बन गया है। यहां न सिर्फ 20000 बेशकीमती पुस्तकें संरक्षित हैं बल्कि हिन्दुओं के लिये कुरान जैसा पवित्र ग्रन्थ हिन्दी भाषा में पढ़ने के लिये उपलब्ध है। इसके अलावा उर्दू में रामचरितमानस उपलब्ध है तो ईसाईयों का पवित्र ग्रन्थ बाइबिल भी हिन्दी भाषा में पढ़ने के लिये पुस्तकालय में संरक्षित किया गया है।
जानकारी के मुताबिक बुन्देलखण्ड का यह पहला हमीरपुर जिला होगा जहां राजकीय पुस्तकालय में सभी सम्प्रदायों के पवित्र धर्मों के बारे में पुस्तकें उपलब्ध हैं। जिला विद्यालय निरीक्षक कार्यालय के पास वर्ष 1988 में जब लाइब्रेरी की स्थापना हुई थी तब यहां पुस्तकें नहीं के बराबर थी मगर अब पुस्तकालय 20 हजार पुस्तकों से पट गया है। यहां के पुस्तकालय अधीक्षक एण्डूज सिंह की माने तो लाइब्रेरी में फैमिली इन्साईक्लोपीडिया जैसा दुलर्भ ग्रन्थ पाठकों के लिये उपलब्ध हैं जबकि चन्द्रकान्ता सन्तति, बाबू देवकी नन्दन खत्री का प्रसिद्ध उपन्यास व रामकिंकर उपाध्याय का साहित्य फादरकोमिल बुलके भी लाइब्रेरी की शोभा बढ़ाये हुये है। नरेन्द्र कोहली का महाभारत का आधुनिक रूप जैसी प्रसिद्ध पुस्तकें भी पाठकों के लिये उपलब्ध हैं।
पुस्तकालय अधीक्षक ने बताया कि विभिन्न प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी के लिये काफी अच्छी पुस्तकें संरक्षित रखी गयी हैं। इसके अलावा नोबेल पुरस्कार विजेता रविन्दनाथ टैगोर, मुंशी प्रेमचन्द्र, शरतचन्द्र, विमल मित्र के साहित्य भी लाइब्रेरी में संजोये गये हैं। यहां लाइब्रेरी में तीन सौ चौंतीस लोग नियमित रूप से पुस्तकें और अखबार पढ़ने आते हैं। मौजूदा समय में लाइब्रेरी को कम्प्यूटरीकृत करने का कार्य तेजी से कराया जा रहा है। बच्चों के लिये भी एक अलग से कक्ष बनाया गया है, जबकि वरिष्ठ नागरिकों के लिये एक कक्ष की व्यवस्था है।
पुस्तकालय अधीक्षक ने कहा कि इस पिछड़े जिले में जहां लोगों के पास महंगी पुस्तकें खरीदने के लाले पड़े हैं वहीं यह लाइब्रेरी आम और खास लोगों के लिये सौगात बन गयी है। उन्होंने बताया कि मुस्लिमों के लिये पढ़ने के लिये रामचरितमानस अब उर्दू भाषा में भी आ गयी है।
हमीरपुर की इस लाइब्रेरी में पुस्तकों के रखरखाव के साथ-साथ सभी धर्म सम्प्रदायों के लिये अनूठी मिसाल कायम की गई है। यहां के पुस्तकालय अधीक्षक एन्डूज सिंह ने हिन्दुस्थान समाचार को बताया कि लाइब्रेरी में रामचरित मानस काव्य उर्दू में उपलब्ध है जिसे हमीरपुर के मुस्लिम लोग बड़े ही चाव से पढ़ते हैं। इसके अलावा मुस्लिमों का पवित्र ग्रन्थ कुरान भी हिन्दी में पढ़ने के लिये उपलब्ध है। बाइबिल के अलावा सैकड़ों ग्रन्थ लाइब्रेरी में हिन्दू और मुस्लिम वर्ग के लोग पढ़ते हैं। उनका कहना है कि स्टॉफ की कमी है फिर भी लाइब्रेरी की सेवायें उच्च स्तर पर चल रही हैं।