चंडीगढ़, 09 अगस्त : हरियाणा सरकार में कार्यरत एक वरिष्ठ उच्चाधिकारी की बेटी केे साथ छेड़खानी का प्रकरण गरमाता ही जा रहा है। हरियाणा भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष का बेटा और उसका दोस्त इस प्रकरण में आरोपी हैं। इसको लेकर हरियाणा की सभी विपक्षी पार्टियां एक तरफ से भाजपा सरकार व भाजपा पर हमला बोले हुए हैं।
हरियाणा की मुख्य विपक्षी पार्टी इनेलो व कांग्रेस पूरे प्रकरण में आरोप लगा रहे हैं कि सत्तापक्ष के कुछ लोगों द्वारा लगातार जांच को प्रभावित किया जा रहा है। लेकिन इन विपक्षी दलों के इतर बुधवार को इस प्रकरण में आरोपी दोनों युवकों की गिरफ्तारी के बाद पीडि़ता के पिता ने सिस्टम पर भरोसा जताया है।
गौरतलब है कि चंडीगढ़ में चार अगस्त की मध्य रात्रि में हरियाणा में सरकार में कार्यरत एक उच्चाधिकारी की बेटी ने छेड़खानी की शिकायत पुलिस में दर्ज करायी थी। युवती की शिकायत पर पुलिस ने दो युवकों को मौके पर ही उनकी गाड़ी सहित गिरफ्तार कर लिया था। इन युवकों में एक युवक हरियाणा में भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष सुभाष बराला का बेटा भी शामिल था।
पुलिस ने पांच अगस्त की सुबह अपनी रिपोर्ट में छेड़खानी की धाराएं लगाकर दोनों युवकों को जमानत पर छोड़ दिया था। लेकिन इसके बाद पीडि़ता और उसकेे परिजनों द्वारा पुलिस की इस कार्रवाई पर हैरानी जतायी गयी। उनका कहना था कि आरोपियों ने युवती का अपहरण करने का प्रयास किया था। पुलिस ने कमजोर धाराएं लगायी हैं। इसकेे बाद से ही पुलिस की जांच पर सवाल खड़ा होने लगा था।
पुलिस पर सत्तापक्ष के दबाव में काम करने का आरोप हरियाणा की मुख्य विपक्षी पार्टियों द्वारा लगाया जाने लगा था। यही नहीं कुछ सामाजिक संगठनों द्वारा इस घटना के विरोध में पुतले भी फूंके गए थे। लेकिन पीडि़ता और उसके परिवार द्वारा लगातार पुलिस की जांच पर भरोसा जताया जाता रहा। बुधवार को चंडीगढ़ पुलिस द्वारा दोनों आरोपियों से फिर एक बार पूछताछ की गयी। इसकेे बाद पुलिस ने अपनी रिपोर्ट में अन्य धाराएं जोड़ते हुए दोनों आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया गया।
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इस गिरफ्तारी के बाद पीडि़ता के पिता ने पंचकुला में मीडिया से बात करते हुए सिस्टम के प्रति अपने विश्वास को व्यक्त किया। उन्होंने कहा कि गिरफ्तरी के यह सिद्ध हो गए पुलिस की जांच सही दिशा में चल रही है। अब इस पूरे प्रकरण में दोषियों को सजा मिले।
वहीं दोनों आरोपियों की गिरफ्तारी के पहले भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष ने बकायदा मीडिया से बात करते हुए पुलिस की जांच में किसी भी प्रकार के हस्तक्षेप से इंकार किया। यही नहीं उन्होंने इस पूरे प्रकरण से अपने व भाजपा को अलग करते हुए कहा कि इस घटना में जो भी दोषी हैं, पुलिस उनके खिलाफ उचित कार्रवाई करे। एक सामाजिक व्यक्ति होने के कारण पीडि़ता भी उनकी बेटी की तरह है। राजनीतिक क्षेत्र में बराला के इस बयान के काफी मायने निकाले जा रहे हैं। बराला ने एक तीर से दो निशाने साधे हैं। जहां बराला ने मीडिया के सामने अपनी और पार्टी की स्थिति स्पष्ट कर जांच को प्रभावित करने के आरोपों की हवा निकाल दी। वहीं विपक्षी दल भी बराला की इस गुगली के आगे धराशाही हो गए हैं।