खबरेदेश

स्वच्छता को दिनचर्या का हिस्सा बनाने पर ही रह सकते हैं स्वस्थ : नड्डा

नई दिल्ली, 29 दिसम्बर =  केंद्रीय स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्री जेपी नड्डा ने कहा कि स्वच्छता को अपनी दिनचर्या का हिस्सा बना कर ही हम स्वस्थ रह सकते हैं। उन्होंने लोगों से अपील की कि स्वच्छ व स्वस्थ जीवनशैली के प्रति जागरूकता पैदा कर स्वास्थ्य के लक्ष्य को हासिल करने में सरकार का सहयोग करें।

गुरुवार को सुशासन दिवस-2016 के मौके पर ‘स्वच्छ स्वस्थ सर्वत्र’ अभियान की शुरुआत के मौके पर नड्डा ने कहा कि आज हमने जो पहल की है, इसके दूरगामी नतीजे निकलेंगे। इस अभियान को केंद्रीय पेयजल व स्वच्छता मंत्रालय और केंद्रीय स्वास्थ्य व परिवार कल्याण मंत्रालय ने संयुक्त रूप से शुरू किया है। हालांकि किन्हीं कारणों से केंद्रीय पेयजल व स्वच्छता मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर समारोह में शामिल नहीं हो सके। इस मौके पर केंद्रीय मानव संसाधन विकास मंत्री प्रकाश जावड़ेकर, केंद्रीय पेयजल व स्वच्छता मंत्रालय के सचिव परमेश्वरन अय्यर और स्वच्छ भारत अभियान के ओएसडी अक्षय राउत भी मौजूद थे।

नड्डा ने कहा कि प्रधानमंत्री का सपना है कि 02 अक्टूबर 2019 को महात्मा गांधी की 150वीं जयंती के मौके पर हम दुनिया के सामने स्वच्छ और स्वस्थ भारत पेश करें। तभी 21वीं सदी में दुनिया हमें विकसित मानेगी। उन्होंने कहा कि इसके लिए पूरे देश को खुले में शौच के कलंक से मुक्त कराना बहुत जरूरी है। उन्होंने कहा कि पिछले दो साल में स्वच्छ भारत अभियान ने एक जनांदोलन का रूप ले लिया है। अब जरूरी है कि सरकार के विभिन्न मंत्रालय इस अभियान से जुड़े कार्यक्रमों में मिलजुल कर सहयोग करें।

नड्डा ने कहा कि जनस्वास्थ्य सेवाओं के क्षेत्र में स्वच्छता को बढ़ावा देने के लिए केंद्रीय स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्रालय ने कायाकल्प अवार्ड शुरू किया है। केंद्रीय सरकार के अस्पतालों को साफ-सफाई के लिए कायाकल्प अवार्ड के तहत 05, 03 और 01 करोड़ रुपये के अवार्ड दिए गए हैं। इस साल चंडीगढ़ के पीजीआई ने पहला, दिल्ली के एम्स ने दूसरा और शिलॉंग के आईजीआरआईएचएमएस ने तीसरा अवार्ड जीता है। अब इस तरह के कई और अवार्ड शुरू किए जा रहे हैं ताकि साफ-सफाई को लेकर लोगों की मानसिकता में बदलाव आए।
समारोह में केंद्रीय मानव संसाधन विकास मंत्री जावड़ेकर ने कहा कि स्वच्छ भारत को स्वस्थ भारत से जोड़ना एक स्वाभाविक कदम है। उन्होंने कहा कि केवल शौचालय बनाकर स्वच्छ भारत अभियान के लक्ष्य को हासिल नहीं किया जा सकता। इसके लिए लोगों के बर्ताव में बदलाव जरूरी है। उन्होंने कहा कि ‘स्वच्छ स्वस्थ सर्वत्र’ अभियान आज की जरूरत है। जावड़ेकर ने कहा कि इस अभियान की सफलता के बाद ही दुनिया भारत को साक्षर मानेगी। उन्होंने खासकर इस अभियान में स्कूल-कॉलेज के छात्रों की सक्रिय भागेदारी की सराहना की। इस मौके पर नड्डा और जावड़ेकर ने ‘स्वस्थ बच्चे-स्वस्थ भारत’ पुस्तिका का भी विमोचन किया।

Related Articles

Back to top button
Close