नई दिल्ली : पंचकूला की स्पेशल सीबीआई कोर्ट ने 16 साल के बाद पत्रकार रामचंद्र छत्रपति की हत्या मामले में डेरा सच्चा सौदा (Dera sacha sauda) प्रमुख गुरमीत सिंह राम रहीम (Gurmeet Ram Rahim) को दोषी करार दिया है। इस मामले में 17 जनवरी को सीबीआई कोर्ट सजा का ऐलान करेगी। रोहतक की सुनारिया जेल में बंद डेरा प्रमुख गुरमीत सिंह राम रहीम की पेशी वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग से हुई।
गुरमीत राम रहीम फिलहाल दो साध्वियों से दुष्कर्म के मामले में रोहतक जेल में बंद है और 20 साल का सजा काट रहा है। इससे पहले बीते बुधवार को विशेष सीबीआई अदालत में सुनवाई के दौरान इस मामले में आरोपित किशनलाल, निर्मल और कुलदीप पेश हुए। वहीं रोहतक की सुनारिया जेल में बंद गुरमीत राम रहीम वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिये अदालत में पेश हुआ। इसके साथ ही गुरमीत राम रहीम व अन्य आरोपितों के वकीलों और सीबीआइ के वकीलों के बीच बहस पूरी हो गई थी। गुरमीत पर किशनलाल, निर्मल और कुलदीप के साथ मिलकर साजिश रच कर सिरसा के पत्रकार रामचंद्र छत्रपति की हत्या कराने का आरोप है।
क्या है मामला…..
पत्रकार रामचंद्र छत्रपति की 21 नवंबर, 2002 में गोली मारकर हत्या कर दी थी। छत्रपति ने ही साध्वियों से दुष्कर्म के मामले का खुलासा किया था। छत्रपति ने अपने सांध्यकालीन समाचार पत्र ‘पूरा सच में’ इस संबंध में अनाम साध्वी का पत्र प्रकाशित किया था और पूरे मामले का खुलासा किया था। इस मामले में 2003 में एफआइआर दर्ज हुई थी और 2006 में मामला सीबीआइ के सुपुर्द किया गया था। इन साध्वियों से दुष्कर्म के मामले में ही गुरमीत राम रहीम सुनारिया जेल में 20 वर्ष कैद की सजा काट रहा है। छत्रपति के पुत्र अंशुल छत्रपति का कहना है कि उसे आज इंसाफ मिलने की उम्मीद जताई। अंशुल पिछले 16 साल से पिता के हत्यारों को सजा दिलाने के लिए संघर्ष कर रहे हैं। अंशुल छत्रपति ने कहा कि मुझे पूरी उम्मीद है कि इस मामले में बड़ा फैसला आएगा और हमें इंसाफ मिलेगा।
पवन सिंह की दरियादिली, कैंसर पीड़ित बच्चे के इलाज के लिए 50 हजार रूपये की मद्दत