अमृतसर, 10 जून = इमारत विरासत -ए -खालसा पर पर्यटन मंत्री नवजोत सिद्धू के बयान पर राजनीति गरमाती जा रही है। पंजाब के सभ्याचार, धर्म और सिख इतिहास को दर्शाती यह खूबसूरत इमारत लोगों के लिए खास आकर्षण का केंद्र है लेकिन नवजोत सिंह सिद्धू के बयान के पश्चात सिख संगठनों सहित विपक्ष ने इसकी कड़ी निंदा की है।
इस दौरान एस.जी.पी.सी. के प्रधान प्रो किरपाल सिंह बडूंगर ने कहा कि कांग्रेस ने सिख इतिहास के लिए कुछ नहीं किया। सिख इतिहास को दर्शाती इमारत का निर्माण भी अकाली-भाजपा सरकार ने ही करवाया था। उन्होंने कहा कि यह बहुत निंदनीय है कि सिद्धू ऐसा बोल कर पंजाब की विरासतों पर सवाल उठा रहे हैं। कांग्रेस नेता द्वारा दिए गए बयान पर पंजाब के पूर्व उप -मुख्यमंत्री सुखबीर सिंह बादल भी विरोध जता चुके हैं।
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गौरतलब है कि विरासत -ए- खालसा अकाली सरकार के समय की सबसे बड़ी उपलब्धि मानी जाती है, जिसे काफी लागत के बाद लोगों के लिए फ्री में खोला गया था, लेकिन मौजूदा सरकार की तरफ से अब इसे देखने के लिए पैसे देकर इस विरासत को देखने की तैयारी की जा रही है।