पटना, सनाउल हक़ चंचल
सभी बच्चों को चाइल्ड केयर बॉक्स में रखा गया है. उनकी हालत स्थिर बतायी जा रही है.
पटना एम्स में फिलहाल जच्चा बच्चा का इलाज ही बेहतर होता है और उसी का नतीजा है कि यहां के डॉक्टरों की टीम ने एक महिला का सफल ऑपरेशन कर चार बच्चों का प्रसव कराया है. महिला अरवल के रहने वाले मुन्ना साव की पत्नी है. प्रसव के बाद जच्चा और बच्चा का इलाज एम्स में ही चल रहा है. फिलहाल बच्चों को चाइल्ड केयर बॉक्स में रखा गया है.
बताया जाता है कि तीन बच्चियां और एक बच्चे का जन्म हुआ है. सभी बच्चों का जन्म साढ़े छह माह में होने की वजह से वे प्रीमेच्योर हैं और उन्हें वेंटिंलेटर पर रखा जा रहा है. एम्स में इस तरह के बच्चों को रखने के लिए व्यवस्था है जिसकी वजह से वे अभी खतरे से बाहर बताए जाते हैं.
महिला गरीब तबके की है. एम्स में डॉक्टरों की सलाह तो मुफ्त मिल रहा है लेकिन दवाइओं का खर्च इतना है कि मां-बाप और परिजन उठाने में असमर्थ हैं, जिससे इलाज में दिक्कतें आ रही हैं. मरीज और बच्चे को सुरक्षित बचाने के लिए सरकार की मदद की काफी जरुरत है.
महिला का इलाज करने वाली डॉक्टर मुक्ता अग्रवाल ने सरकार और एनजीओ से आगे आकार मदद करने की अपील की है. बच्चों को जन्म देने वाली मां सुरक्षित है. बरहाल एम्स में एक साथ चार बच्चों का जन्म पहली बार हुआ है जिसकी इलाज एम्स में ही किया जा रहा है.