बीकानेर संभाग मुख्यालय से 32 किलोमीटर दूर विश्वविख्यात गजनेर झील के समीप 15 जनवरी को मनाए जाने वाले बीकानेर बर्ड फेस्टिवल में ‘बार हेडेड गूज’ मुख्य आकर्षण रहेगा।
उल्लेखनीय है कि जानकारी में रहे कि यह एक ऐसा जलीय पक्षी है जो दुनिया के सबसे प्रतिष्ठित उच्च ऊंचाई वाले हिमालय को पार करके बीकानेर आते हैं। डीएफओ वाईल्ड लाईफ रामनिवास कुमावत ने ‘हिन्दुस्थान समाचार’ को बताया कि जलीय पक्षी ‘बार हेडेड गूज’ सात समंदर पार मांगोलिया से एक ही फ्लाइट में उड़कर आते हैं और 28 हजार फुट ऊंचाई पर उड़कर आते हैं। इनका अपने देश में सर्दी अधिक होने की वजह से भारत भ्रमण रहता है। उन्होंने बताया कि पिछली बार जोड़बीड़ में बर्ड फेस्टिवल का आयोजन किया गया था लेकिन इस बार गजनेर में बर्ड फेस्टिवल मनाया जा रहा है जिसका मुख्य आकर्षण ‘बार हेडेड गूज’ रहेगा।
कुमावत ने यह भी बताया कि सर्दियों में बार हेडेड गूज के अलावा जलीय पक्षी बीकानेर के बीछवाल, दरबारी, दियातरा, गजनेर, कोडमदेसर, लूनकरनसर के समीप तालाबों और झीलों के पास आते हैं। जलीय पक्षी अपने देशों में ठंड के दौरान तालाब, झील पर बर्फ जमा हो जाने की वजह से हमारे देश आते हैं। बर्ड फेस्टिवल में इस बार बार हेडेड गूज के साथ-साथ डेमोइसेल के्रन (कुरजां), मेलार्ड, पोचार्ड, ग्रेब्स, कोरमोरेंट, हेरेन भी देखने को मिलेंगे जो संभवतया मार्च तक इन इलाकों में रहेंगे।