साक्षी महाराज का विवादित बयान , बोले- जामा मस्जिद तोड़ो ,भगवान की मूर्तियां ना निकलें तो मुझे फांसी पर लटका देना
नई दिल्ली: अयोध्या में राम मंदिर निर्माण का रास्ता अभी साफ भी नहीं हुआ कि भारतीय जनता पार्टी के नेता साक्षी महाराज ने लोकसभा चुनाव से पहले ही एक और नया राग अलाप दिया. अयोध्या में राम जन्मभूमि और बाबरी मस्जिद का विवाद अभी सुप्रीम कोर्ट में विचाराधीन है, मगर बीजेपी सांसद साक्षी महाराज ने एक और चौंकाने वाला दावा किया है कि दिल्ली की जामा मस्जिद का दिल्ली के जामा मस्जिद को ध्वस्त कर देना चाहिए क्योंकि यह एक हिंदू मंदिर के स्थान पर बनाया गया है.
उत्तर प्रदेश के उन्नाव में एक जनसभा को संबोधित करते हुए फायरब्रांड हिंदुत्व नेता साक्षी महाराज ने दिल्ली की जामा मस्जिद को ध्वस्त यानी तोड़ने का आह्वान किया और दावा किया कि उसकी सीढ़ियों से देवताओं की मूर्तियां निकलेंगी. उन्होंने आगे कहा कि ‘मैं जब राजनीति में आया था, तब मैंने कहा था कि काशी, मथुरा, अयोध्या छोड़ो, जामा मस्जिद तोड़ो. उसकी सीढ़ियों से अगर भगवान की मूर्तियां ना निकलें तो मुझे फांसी पर लटका देना.
बीजेपी नेता ने यह भी दावा किया कि मुगलों ने पूरे भारत में मंदिरों को तोड़ा और उनकी जगह पर करीब 3000 से अधिक मस्जिदों का निर्माण कराया. उन्होंने ऐसा हिंदुओं की भावनाओं को ठेस पहुंचाने के लिए किया. बता दें कि जामा मस्जिद भारत के सबसे बड़े मस्जिदों में से एक है, जिसका निर्माण मगल सम्राट शाहजहां ने साल 1644 और 1656 के बीच किया था.
गौरतलब है कि उन्नाव से सांसद साक्षी महाराज हमेशा ही अपने विवादित बयानों को लेकर चर्चा में रहते हैं. खास बात है कि इस तरह के बयान ऐसे वक्त में आ रहे हैं, जह राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ के मुखिया मोहन भागवत ने अयोध्या में राम मंदिर निर्माण के लिए अध्यादेश लाने की मांग कर चुके हैं.
बता दें कि इससे पहले शिवसेना प्रमुख उद्धव ठाकरे के अयोध्या आने से एक दिन पहले शिवसेना के वरिष्ठ नेता संजय राउत ने शुक्रवार को केंद्र की नरेंद्र मोदी सरकार से पूछा कि वह राम मंदिर बनाने के लिए अध्यादेश में लाने में देरी क्यों कर रही है. राउत ने कहा कि ‘बाबरी मस्जिद 17 मिनट में गिरा दी गई थी….जो जरूरी था वह राम भक्तों ने आधे घंटे में कर दिया था….सालों से धब्बा रही चीज गिरा दी गई.’ शिवसेना नेता ने कहा, ‘‘दस्तावेज तैयार करने…अध्यादेश लाने में कितना वक्त लगता है? राष्ट्रपति भवन से लेकर उत्तर प्रदेश तक भाजपा की सरकार है. राज्यसभा में ऐसे बहुत से सांसद हैं जो राम मंदिर के साथ खड़े रहेंगे.