ऋषिकेश, 06 नवम्बर (हि.स.)। भले ही जीएसटी की मार चल रही हो लेकिन मेहनत करके कमाने-खाने वाले को इससे कोई मतलब नहीं है। उसे तो दो वक्त की रोटी एक सब्जी के साथ मिल जाए बस वही बहुत है। मध्यम वर्ग का भी यही हाल है लेकिन इस समय सब्जियों पर चढ़ी महंगाई ने लोगों की हालत ही पतली कर दी है।
सर्दी के मौसम की दस्तक के साथ ही सब्जियों मे आग लगनी शुरू हो गई है। सब्जियों के दाम दोगुने और चौगुने हो गए हैं। दस दिन पहले तक बीस रुपये बिकने वाला टमाटर इस समय साठ रुपये प्रति किलो तक बिक रहा है। अन्य कई सब्जियों के दाम भी बढ़ गए हैं। पिछले कुछ समय सब्जियों के दाम राहत भरे थे, लेकिन इस समय ये सिर चढ़कर बोल रहे हैं। महंगाई के चलते खाने का मजा ही किरकिरा हो चला है। टमाटर पर लगे मंहगाई के ग्रहण से गृहणियां सबसे ज्यादा परेशान हैं। इसके अलावा कटहल, खीरा, चुकंदर, भिंडी, परवल, तोरई, गोभी, पालक सहित सभी सब्जियों आदि के दाम भी अच्छे खासे बढ़ गए हैं। सब्जी की दुकान लगाने वाले राधे मोहन ने कहा कि इस समय पीछे से ही सब्जियों के दाम बढ़े हैं। थोक रेट ही ज्यादा हो गया है, जिससे फुटकर के दाम भी बढ़ गए हैं।