नई दिल्ली, 09 जनवरी = दिल्ली सरकार ने पूर्वी दिल्ली नगर निगम के सफाई कर्मचारियों की हड़ताल को देखते हुए 119 करोड़ रुपये जारी किए।
पिछले पांच दिन से पूर्वी दिल्ली नगर निगम में हड़ताल कर रहे सफाई कर्मचारियों ने सोमवार को उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया से मुलाकात की। वहीं सिसोदिया ने इस मसले पर उपराज्यपाल अनिल बैजल से मुलाकात की।
कर्मचारियों के साथ मुलाकात में उपमुख्यमंत्री ने कहा कि जब से आम आदमी पार्टी की सरकार आई है, हमने 2015-16 में 702 करोड़ रुपये और 2016-17 में अब तक 605 करोड़ रुपये केवल पूर्वी दिल्ली नगर निगम को सैलरी के लिए दिया है। लेकिन नगर निगमों के पास इसका कोई हिसाब-किताब नहीं है कि वे ये पैसा कहां खर्च कर रहे हैं।
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उन्होंने यह भी कहा कि निगम ने सरकार को यह भी नहीं बताया कि सफाई कर्मचारियों को वेतन नहीं दे पा रहे हैं और कर्मचारी हड़ताल पर जा सकते हैं। उपमुख्यमंत्री ने स्पष्ट किया कि अगर सफाई कर्मचारियों के वेतन के लिए आगे भी जरूरत पड़ी तो पैसे दिए जाएंगे।
इस मौके पर सफाई कर्मचारी आयोग के अध्यक्ष संतलाल चावरिया ने कहा कि एकाउंट में सैलरी आते ही सफाई कर्मचारी काम पर लौट आएंगे। उन्होंने यह भी कहा कि नगर निगमों में वित्तीय कुप्रबंधन का नतीजा है कि सफाई कर्मचारियों को सैलरी मिलने में बार-बार दिक्कत आती है और यह न्यायालय के आदेश की अवमानना भी है।
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हीं, स्वतंत्र मजदूर संयुक्त मोर्चा के कार्यवाहक अध्यक्ष बिजेंद्र बागड़ी ने अपने 25 संगठनों की तरफ से दिल्ली सरकार को धन्यवाद देते हुए आश्वासन दिया कि बहुत जल्द सफाई कर्मचारी काम पर वापस लौट आएंगे। बागड़ी ने कहा, एमसीडी पर राज करने वाले राजनीतिक दल केवल अपने फायदे के लिए दिल्ली की जनता को बार-बार परेशान करते हैं और सफाई जैसे मुद्दों पर भी राजनीति की रोटियां सेंकते हैं।
अखिल भारतीय सफाई मजदूर संघ के पूर्वी दिल्ली के अध्यक्ष मुकेश गहलोत ने कहा कि कुछ लोग सफाई कर्मचारियों के हितों के नाम पर अपनी राजनीति चमकाते हैं, यह ठीक नहीं।