शाह के मेजबान बने दंपत्ति के तृणमूल ज्वाइन करने पर बीजेपी ने साधा ममता पर निशाना
नई दिल्ली, 03 मई (हि.स.)। पश्चिम बंगाल के नक्सलबाडी इलाके में भाजपा अध्यक्ष अमित शाह को भोजन कराने वाले रामू मोहली व गीता मोहली के गायब होने और बुधवार को उनके तृणमूल कांग्रेस में शामिल होने का मामला तूल पकड़ता जा रहा है। भाजपा ने इस मामले को लेकर पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री और तृणमूल कांग्रेस अध्यक्ष ममता बनर्जी पर निशाना साधते हुए पूछा है कि, क्या वह इस तरह दबाव से लोकतंत्र के प्रवाह को रोक सकती हैं।
भाजपा के वरिष्ठ नेता और केंद्रीय कानून मंत्री रविशंकर प्रसाद ने बुधवार को पार्टी मुख्यालय में आयोजित संवाददाता सम्मेलन में कहा कि पहले पश्चिम बंगाल वाम दल के हिंसा और खौफ से पीड़ित था और अब तृणमूल कांग्रेस के खौफ से पीडित है। उन्होंने कहा कि तृणमूल कांग्रेस को इतना भी सहनीय नही कि भाजपा अध्यक्ष एक आम आदिवासी परिवार के घर जाए।
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रविशंकर ने कहा कि राजू और गीता मोहली को दबाव में तृणमूल कांग्रेस का सदस्य बनाया गया है । कानून मंत्री ने ममता बनर्जी से सवाल किया कि, वह इस तरह दबाव देकर लोकतंत्र के प्रवाह को रोक सकती है क्या? उन्होंने कहा कि, जनता पर जब भी दबाव दिया गया तो उसकी प्रतिक्रिया होती है। जनता टूटती है और दूसरे के साथ जुड़ती है।
रविशंकर ने हाल में पश्चिम बंगाल में केंद्रीय मंत्री बाबुल सुप्रियों और भाजपा की राज्यसभा सांसद रूपा गांगुली पर हुए हमलों का जिक्र करते हुए कहा कि अगर यह शारदा घोटाले के कारण बौखलाहट है तो ये जांच रूकेगी नही। क्योंकि ये सबूत के आधार पर हो रही है।
भाजपा नेता ने कहा कि हम इसकी भर्त्सना करते हैं और ऐसे कदम से भाजपा का विस्तार रूकने वाला नही है। उन्होंने कहा कि आखिर पश्चिम बंगाल को क्या बनाया जा रहा है। हनुमान जयंती पर शोभा यात्रा नही निकल सकती। दूर्गा प्रतिमा विसर्जन के मामले में हाइ कोर्ट को हस्तक्षेप करना पड़ता है। रविशंकर ने कहा कि भाजपा पश्चिम बंगाल में हर हाल में अपने कार्यकर्ताओं और समर्थकों के साथ खड़ी रहेगी।