वेंकैया ने किया ‘गांधी इन चंपारण’ पुस्तक का विमोचन
नई दिल्ली, 10 अप्रैल (हि.स.)। केंद्रीय सूचना एवं प्रसारण मंत्री एम वेंकैया नायडू ने सोमवार को महात्मा गांधी के चंपारण सत्याग्रह के शताब्दी वर्ष के उपलक्ष्य में प्रकाशित पुस्तक ‘गांधी इन चंपारण’और दो अन्य पुस्तकों का विमोचन किया।
गांधी इन चंपारण के अलावा प्रकाशन विभाग ने रोमेन रोलैंड एंड गांधी कॉरेस्पॉन्डेंस पुस्तक और प्रख्यात लेखकर डी.जी. तेंदुलकर द्वारा लिखित महात्मा सीरीज (8 संस्करण) को भी प्रकाशित किया है। यह तीनों पुस्तकें केंद्र सरकार के प्रकाशन विभाग ने राष्ट्रीय गांधी संग्रहालय के सहयोग से प्रकाशित की हैं।
वेंकैया नायडू ने कहा कि चंपारण सत्याग्रह के शताब्दी वर्ष पर प्रकाशित मूल्यवान विरासत प्रकाशनों को लोकार्पण कर उन्हें बेहद खुशी हो रही है। उन्होंने कहा कि महात्मा गांधी का जीवन मानवता, भावना और अंहिसा व अन्तर्भाव के माध्यम से अपेक्षित लक्ष्य प्राप्त करने के दृढ़ संकल्प का मूल्यवान सबक है। उन्होंने कहा कि गांधी जी से जुड़े साहित्य को विभिन्न भाषाओं में अनुवाद करने की जरूरत है क्योंकि उनका जीवन हर स्थिति और पीढ़ी के लिए प्रेरणादायी है।
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गांधी के चंपारण सत्याग्रह का जिक्र करते हुए वेंकैया ने कहा कि दक्षिण अफ्रीका से वापस आने के बाद भारत में जिस पहले जन आंदोलन में महात्मा जी ने भाग लिया वह चंपारण सत्याग्रह है। उन्होंने कहा कि इसके सफल होने के कारण ही यह दिन हमारे लिए और भी महत्वपूर्ण हो जाता है।
इस अवसर पर राष्ट्रीय गांधी संग्रहालय की अध्यक्ष अपर्णा बासु और मंत्रालय से वरिष्ठ अधिकारी भी उपस्थित थे।