2 फरवरी को भोपाल में विश्व जलाशय दिवस.
भोपाल, 29 जनवरी = विश्व जलाशय दिवस के अवसर पर भोपाल में दो फरवरी तक विभिन्न प्रतियोगिताएं और कार्यक्रम किये जा रहे हैं। केन्द्रीय पर्यावरण, वन एवं जलवायु परिवर्तन मंत्रालय के निर्देशानुसार रामसर सन्धि चिन्हित देश के 25 जलाशयों में कार्यक्रम किये जा रहे हैं। देश का मुख्य कार्यक्रम भोपाल में होगा। भोपाल तालाब देश के चिन्हित तालाबों में से एक है।
एप्को के कार्यपालन संचालक अनुपम राजन ने बताया कि जल-स्रोतों के संरक्षण और उनकी महत्ता को जन-साधारण तक पहुंचाने के लिए हर साल दो फरवरी को विश्व जलाशय दिवस (वल्र्ड वेटलेंड डे) मनाया जाता है। प्रदेश में इस वर्ष इसमें सप्ताह भर कार्यक्रम किये जा रहे हैं। इसी कड़ी में भोपाल के ईको-क्लब के 55 छात्र-छात्राओं ने भोज वेटलेंड (बड़ा तालाब) के करीब पक्षी अवलोकन किया। सुप्रसिद्ध पक्षी विशेषज्ञों ने मध्य भारत और प्रवासी पक्षियों की जानकारी बच्चों को दी।
राजन ने बताया कि 30 जनवरी को भोपाल के 12 शासकीय विद्यालय के लगभग 200 विद्यार्थी एप्को परिसर में जल-संरक्षण पर केन्द्रित चित्रकला प्रतियोगिता में भाग लेंगे। श्रेष्ठ 10 पेंटिंग्स को तीन हजार रुपये का पुरस्कार दिया जायेगा। इसी के साथ 15 जिले में ईको-क्लब के 75 शासकीय विद्यालय में लगभग 1500 विद्यार्थी चित्रकला, निबंध और प्रश्नोत्तरी प्रतियोगिता में भाग लेंगे। कार्यक्रम आयोजन के लिये प्रति स्कूल 10 हजार की राशि दी गयी है। राजन ने बताया कि एक फरवरी को सुबह छह बजे वन विहार राष्ट्रीय उद्यान में वेटलेंड वॉक होगी। प्रतियोगी एप्को परिसर में इकठ्ठा होंगे, जहां उन्हें बस से वन विहार ले जाया जायेगा। यह पैदल यात्रा तालाबों पर प्रस्तुतिकरण और संवाद के साथ समाप्त होगी।
राजन ने बताया कि एक फरवरी को ही एप्को ऑडिटोरियम में शाम चार बजे वेटलेंड टॉक होगी। टॉक में देश के प्रसिद्ध पर्यावरणविद एवं जल विशेषज्ञ हिमांशु ठक्कर जलाशय के महत्व एवं उनसे जुड़ी चुनौतियों और समाधानों पर व्याख्यान देंगे। भोपाल के 3 चयनित शासकीय महाविद्यालय में भोपाल तालाब के पर्यावरणीय सौंदर्य पर आधारित फाइन ऑर्ट प्रतियोगिता होगी। प्रतियोगियों को सारी सामग्री एप्को उपलब्ध करवायेगा। श्रेष्ठ 3 पेंटिंग्स को 5-5 हजार का पुरस्कार मिलेगा।
एप्को द्वारा 31 जनवरी को भोपाल के बड़ा तालाब पर आधारित छायाचित्र प्रतियोगिता की जा रही है। पेशेवर और शौकिया वर्ग के लिये इसमें प्रविष्टि नि:शुल्क है। प्रतिभागी अपनी अधिकतम दो प्रविष्टि 31 जनवरी तक एप्को कार्यालय में भेज सकते हैं। दोनों वर्ग में प्रथम, द्वितीय और तृतीय पुरस्कार के रूप में क्रमश: 25 हजार, 15 हजार और 10 हजार की राशि दी जायेगी।
वेटलेंड विषय पर दो फरवरी को राष्ट्रीय कार्यशाला भोपाल में होगी, जिसमें केन्द्रीय पर्यावरण मंत्रालय के वरिष्ठ अधिकारी, वैज्ञानिक और विषय-विशेषज्ञ भाग लेंगे।