विदेश मंत्रालय ने नहीं बताया कितने लोगों को साथ विदेश गए थे PM मोदी , राहुल गांधी ने ली चुटकी ……
नई दिल्ली: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अपने विदेश दौरे के दौरान कितने लोगों को साथ लेकर गए, इसको लेकर दायर आरटीआई पर विदेश मंत्रालय ने जवाब देने से इन्कार कर दिया. तर्क गोपनीयता का दिया. जबकि केंद्रीय सूचना आयोग ने विदेश मंत्रालय को आरटीआई पर जवाब देने को कहा था. इन खबरों पर अब कांग्रेस प्रमुख राहुल गांधी देश यात्राओं से जुड़ी उन खबरों पर राहुल गांधी ने चुटकी ली, जिसमें कहा गया है सीआईसी के आदेश के बावजूद विदेश मंत्रालय ने मोदी के साथ विदेश दौरे पर गए लोगों की जानकारी साझा नहीं की है.ट्विटर और फेसबुक पर उन्होंने #ट्रेवलएजेंटमोदी लिख कर पीएम मोदी पर निशाना साधा. राहुल गांधी ने ट्वीट करते हुए लिखा- “आरटीआई में प्रधानमंत्री को कहना चाहिए कि मैं उन्हें साथ ले जाता हूँ जिन्हें अगर मैं नहीं ले गया तो पुलिस ले जाएगी.”
कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी पहले भी पीएम नरेंद्र मोदी पर जुबानी हमला करते रहे हैं. उन्होंने पिछले दिनों कहा कि नरेंद्र मोदी सरकार का ध्यान संप्रग-काल के रक्षा सौदे को अंतिम रूप देने से ज्यादा इसे दोबारा तय करने पर था, जिस वजह से भारतीय वायुसेना (आईएएफ) के पायलटों की जिंदगी खतरे में पड़ गई, क्योंकि वे पुराने विमानों को उड़ाने के लिए बाध्य हैं. राहुल ने फेसबुक पोस्ट के जरिए कहा, “2014 के बाद से, कांग्रेस नीत संयुक्त प्रगतिशील गठबंधन सरकार के सौदे को अंतिम रूप देने के स्थान पर मौजूदा सरकार ने सिर्फ अपने उद्योगपति दोस्तों को फायदा पहुंचाने के लिए सौदे को दोबारा तय करने पर ध्यान केंद्रित किया.”
राहुल ने आगे कहा, “और इसलिए हमारे पायलटों को प्रत्येक दिन अपनी जान को जोखिम में डालना पड़ता है- उन्हें पुराने जगुआर को उड़ाना पड़ता है, जिसे फ्रांस और विश्व के अन्य भागों के जंक यार्डो में इसके कुछ पार्ट्स के दोबारा प्रयोग के लिए रखा जाता है.”
उन्होंने कहा, “यह न केवल शर्मनाक है, बल्कि इससे भारत की प्रतिष्ठा पूरे विश्व में धूमिल होती है। इस वजह से हमारे पायलट की जान को खतरा उत्पन्न होता है.”संप्रग कार्यकाल के समय राफेल सौदे की तरफदारी करते हुए राहुल ने कहा, “संप्रग कार्यकाल में 126 राफेल विमानों के लिए किए गए सौदे को आगे बढ़ाने से भारतीय वायुसेना का कायाकल्प हो जाता और हम जगुआर जैसे पुराने विमानों को बदलने में सक्षम होते.”