युति पर मुख्यमंत्री को लेना है निर्णय: अनिल परब
मुंबई, 20 जनवरी = मनपा चुनाव के संदर्भ में होने वाली युति के लिए हमें जो कहना था, कह दिया। इस पर अब मुख्यमंत्री को निर्णय लेना है। ऐसा कहते हुए शिवसेना नेता अनिल परब ने युति के लिए होने वाली चर्चा को विराम देने का संकेत दिया है।
गौरतलब है कि मुंबई मनपा चुनाव को देखते हुए भाजपा-शिवसेना में गठबंधन को लेकर दो बार बैठकें हो चुकी हैं। जिस पर अभी तक कोई निर्णय नहीं हो पाया है। शिवसेना ने युति के संदर्भ में अपनी भूमिका रख दी है, अब निर्णय मुख्यमंत्री को करना है। अब मुख्यमंत्री को अपनी भूमिका स्पष्ट करनी चाहिए। इसी के साथ शिवसेना नेता अनिल परब ने कहा कि एक ओर भाजपा नेता शिवसेना पर आरोप लगाते हैं, दूसरी ओर मुख्यमंत्री युति की भाषा बोलते हैं। भाजपा नेताओं की दोहरी नीति समझ के परे है।
भाजपा नेताओं को चाहिए कि इस तरह की टिप्पणियां बंद की जाएं। हमने अपनी नाराजगी शिवसेना अध्यक्ष के पास व्यक्त कर दी है। पार्टी प्रमुख पर होने वाले आरोप को हम बर्दाश्त नहीं करेंगे। शिवसेना नेता अनिल परब ने सवाल करते हुए कहा है कि शिवसेना अध्यक्ष पर आरोप करने वालों को क्या मुख्यमंत्री का संरक्षण मिला हुआ है। यदि संरक्षण नहीं है तो भाजपा नेताओं को अपनी बोल पर अंकुश रखना चाहिए। परब ने आगे कहा कि शिवसेना ने सामना में कभी भाजपा के किसी नेता पर व्यक्तिगत टिप्पणी नहीं की है।