ढाका, 28 अगस्त (हि.स.)। म्यांमार के रख़ाइन प्रांत में बीते दो दिनों से जारी हिंसा की वजह से हज़ारों रोहिंग्या मुसलमान अपना घर छोड़कर बांग्लादेश की सीमा की ओर भाग रहे हैं। लेकिन बांग्लादेश के सीमा सुरक्षा बल उन्हें वापस खदेड़ रहे हैं। यह जानकारी सोमवार को मीडिया रिपोर्ट से मिली।
विदित हो कि गत शुक्रवार को रोहिंग्या लड़ाकों ने तीस पुलिस थानों पर हमले किए जिसके बाद हिंसा शुरू हो गई। हिंसा शनिवार को भी जारी रही। इलाके में अब भी स्थति सामान्य नहीं हुई है। इस बीच पोप फ्रांसिस ने अपील की है कि रोहिंग्या मुसलमानों का शोषण बंद होना चाहिए।
उल्लेखनीय है कि बौद्ध बहुल म्यांमार में रोहिंग्या मुसलमानों पर कई तरह के प्रतिबंध हैं। यहां कई सालों से रोहिंग्या और बौद्धों के बीच संघर्ष चल रहा है। इससे पहले भी हज़ारों रोहिंग्या जान बचाकर बांग्लादेश भाग चुके हैं। रोहिंग्या लोग म्यांमार सरकार पर नस्लीय हिंसा का आरोप लगाते रहे हैं।
समाचार एजेंसी एएफ़पी के मुताबिक, हाल के दिनों में क़रीब तीन हज़ार रोहिंग्या बांग्लादेश पहुंचने में कामयाब रहे हैं जहां उन्होंने कैंपों और गांवों में शरण ली है। राहत कैंप में पहुंच रहे लोग डर और दहशत की कहानियां सुना रहे हैं।
एक सत्तर वर्षीय बुज़ुर्ग ने कहा कि उनके दोनों बेटों की हथियारबंद बौद्ध समूहों ने हत्या कर दी और उन्हें सीमा की ओर खदेड़ दिया। 61 वर्षीय आमिर हुसैन ने समाचार एजेंसी रॉयटर्स से कहा, “हमारी जान बचा लीजिए, हम यहीं रहना चाहते हैं नहीं तो वो हमें मार देंगे।”