नई दिल्ली (ईएमएस) । दिल्ली विधानसभा अध्यक्ष राम निवास गोयल ने तंज कसा कि उपराज्यपाल अनिल बैजल मैं ही सरकार हूं (आई एम दी गर्वमेंट) के नशे में हैं। गोयल विधानसभा में प्रश्नों का जवाब नहीं दिए जाने से नाराज थे। उन्होंने कहा कि इस मामले में उपराज्यपाल व मुख्य सचिव दोनों की तरफ से कोई जवाब विधानसभा को अब तक नहीं मिला है।
प्रश्नों का जवाब न देकर भ्रष्ट अधिकारियों को बचाने की कोशिश की जा रही है। विधानसभा अध्यक्ष ने कहा कि उपराज्यपाल को प्रश्नों का जवाब नहीं दिए जाने के मामले में करीब तीन सप्ताह पहले पत्र भेजा गया था। इस पत्र की प्रति मुख्य सचिव को भी भेजी गई थी। उन्होंने कहा कि उपराज्यपाल पर कोई दवाब है तो लोकतंत्र की रक्षा के लिए इस दवाब को तोड़ना चाहिए। इस मामले में विधानसभा को जो जवाब भेजा गया था, उसमें मंत्रलय से मिली रिपोर्ट की जानकारी नहीं दी थी। इसलिए अध्यक्ष ने उपराज्यपाल की निंदा की है। उन्होंने बताया कि इस मामले में जल्द ही संबंधित अधिकारियों से सुझाव भी मांगे जाएंगे।
– विधायकों को बंक मारते पकड़ा
दिल्ली विधानसभा के सत्र को हर दिन कोरम के संकट से जूझना पड़ा है। 67 विधायक होने के बाद भी सरकार एक तिहाई विधायक नहीं जुटा पाई। इस पर अध्यक्ष ने भी चिंता जाहिर की। उन्होंने बताया कि एक दिन खुद उन्होंने इसकी जांच की थी। जांच में 4-5 विधायकों को गैलरी में बैठा हुआ पाया गया। इस पर अध्यक्ष ने नाराजगी जाहिर की। यह बजट सत्र 23 वर्ष का बजट सत्र सबसे लम्बा सत्र रहा। यह सत्र 28 मार्च से शुरू हुआ था और 16 दिन चला। इससे पहले सबसे बड़ा सत्र 1994 में हुआ था, जिसमें 21 बैठक हुई थीं और 1995 में 18 बैठकें हुई थीं।