मां ने शहीद को कंधे पर उठाकर दी अंतिम विदाई
धारीवाल, 10 जून = स्थानीय गांव मानेपुर के जवान गुरविन्द्र सिंह का शनिवार को यहां सम्मान के साथ अंतिम संस्कार कर दिया गया। गौरतलब है कि गांव मानेपुर का 26 वर्षीय युवक गुरविन्द्र सिंह 8 जून को पुंछ राजौरी में आतंकवादियों से लड़ता हुआ शहीद हो गया था। शहीद की मां बड़ी खुशी के साथ उसकी शादी करने की तैयारी कर रही थी कि उसका बेटा देश के लिए शहीद हो गया। शहादत की खबर से परिवारिक सदस्यों का रो-रो कार बुरा हाल हो रहा है। शहीद की मां ने अपने बहादुर बेटे को कंधे पर उठाकर उसको अंतिम विदाई दी। इस दौरान रिश्तेदार, स्नेही तथा गांव वासियों ने शहीद को अंतिम विदाई दी।
शहीद के पिता सतविंदर सिंह ने बताया कि वीरवार दोपहर बटालियन की तरफ से उनको बेटे की शहादत संबंधी फोन आया था। वहीं खबर फैलते ही गांव में शोक का माहौल बना हुआ है। शहीद की मां सर्बजीत कौर रो-रो कर सुधबुध भूल बैठी। पिता सतविंदर सिंह ने बताया कि उनके दो बेटे हैं।
गुरविंदर बी.एस.एफ. में था तो दूसरा रुपिंदर भारतीय फौज में है। बचपन से ही दोनों में देश सेवा का जज्बा था। गुरविंदर 2012 में बी.एस.एफ. की 137वीं बटालियन में भर्ती हुआ था। दो माह पूर्व ही जालंधर से उसकी पूंछ राजौरी सेक्टर में उसने अपनी डयूटी संभाली थी। हंसमुख और मिलनसार स्वभाव का उनका बेटा गुरविंदर हॉकी प्लेयर था और जालंधर की हॉकी टीम में खेलता था। गुरविंदर सिंह की अभी शादी नहीं हुई थी। शादी करने की बातचीत चल रही थी कि बेटे की शहादत की खबर आ गई। बेटे की शहादत पर परिजनों एवं गांव के लोगों की आंखें तो नम हैं, लेकिन उसकी बहादुरी पर भी सभी को गर्व है।