मर्यादा पुरूषोत्तम श्रीराम के बिना भारत की कल्पना नहीं: योगी आदित्य नाथ
वाराणसी, 25 अक्टूबर (हि.स.)। काशी पुराधिपति बाबा विश्वनाथ की नगरी में बुधवार को पहुंचे सूबे के मुखिया योगी आदित्यनाथ कुछ लम्हों के लिए गोरक्षपीठाधीश्वर के रूप में पहली बार दिखे। डोमरी में आयोजित संत मोरारी बापू की मानस मसान रामकथा में शामिल हुए सीएम योगी ने काशी, बाबा विश्वनाथ, मां गंगा और मर्यादा पुरूषोत्तम श्रीराम की आध्यात्मिक महिमा का बखान कर कहा कि मै अपना और पूरे यूपी का सौभाग्य मानता हूं कि गंगा तट पर श्री राम कथा के अद्भुत व्याख्याकार के रूप में संत मोरारी बापू कथा सुना रहे है। मर्यादा पुरूषोत्तम राम के बिना भारत की कल्पना नही की जा सकती है।
ऐसी स्थिति होती है जब हम मिलते है तो राम-राम,विदा होते है तो राम-राम,अभियान पर जाते हैं तो जयश्री राम, अन्तिम यात्रा में जाते हैं तो रामनाम सत्य है, मुंह से निकलता है। उन्होंने कहा कि दुनिया के अनेक देशों में श्रीराम के जीवन चरित्र पर रामलीलाएं होती हैं। एक संस्मरण सुनाते हुए कहा कि कुछ दिनो पूर्व उनकी उच्चतम न्यायालय के एक जज से मुलाकात हुई। उन्होंने बताया कि रामकथा और हनुमान चालीसा में बढ़ी शक्ति है। मैने पूछा कैसे तो उन्होंने बताया कि मेरे पेट में काफी दर्द रहता था। मुझे लोग दवाइयां लेने के लिए कहते थे लेकिन मैने पूरे दो माह तक हनुमान चालीसा का पाठ किया और मेरा पेट दर्द अपने आप ठीक हो गया। उन्होंने कहा कि पूरे देश में विभिन्न भाषा भाषी विद्वानों ने अपनी लेखनी में प्रभु राम के जीवन पर लिखा। इस दौरान अयोध्या में सरकार के संतो के साथ दिवाली मनाने का जिक्र कर कहा कि अयोध्या ने पूरी दुनिया को दीपावली का पर्व दिया। हमारे इस कदम पर साम्प्रदायिकता का आरोप लगा। हमने इस कलंक को मिटाने का निर्णय लिया। अब यूपी में रामायण मेले का आयोजन होगा। मेले में दुनिया के उन 6 देशों के कलाकारों को भी बुलाया जायेगा जहां रामलीला होती है।
इंडोनेशिया में होने वाली रामलीला का हवाला देकर योगी ने कहा कि वहां रामलीला के पात्र मुस्लिम होते हैं। अयोध्या में आये इंडोनेशिया के कलाकारों से मैने पूछा कि आप मुस्लिम होकर भी भगवान राम, लक्ष्मण, हनुमान,और सीता का किरदार निभाते हो। आपको को संकोच नहीं होता इस पर कलाकारों ने कहा कि इस्लाम उपासना की विधि है। श्री राम हमारे पूर्वज ऐसे में हमें अपने पूर्वजों का किरदार निभाने में गर्व होता है। हमारे यहां नेशनल एयरलाइंस का नाम भगवान विष्णु के सवारी गरूण के नाम पर है। नोट में गणपति का फोटो छपता है। सिर्फ उपासना पद्धति बदल जाने से पूर्वज नही बदल जाते। सीएम योगी ने बताया कि श्रीलंका में होने वाली रामलीला में सिंहली लोग बीच—बीच में संस्कृत भाषा बोलते है। जैसे मोरारी बापू कथा प्रसंग में करते है।
गंगा के निर्मलता और अविरलता का आह्वान कर कहा कि वर्ष 2019 में प्रयाग में कुम्भ का आयोजन होना है। हमे गंगा के अविरल धारा को निर्मल बनाने का संकल्प लेना होगा। ऐसे में मोरारी बापू के श्रीमुख से निकलने वाली रामकथा का अगर हम अनुकरण करेंगे तो हमारा जीवन तो धन्य होगा ही रामराज्य की कल्पना भी साकार होगी। इसके पूर्व सीएम ने सहजता से बापू का व्यासपीठ पर अभिवादन कर अंगवस्त्रम प्रदान किया। इस दौरान पूर्व काशी नरेश महाराज अनन्त नारायण सिंह, भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष डा. महेन्द्र नाथ पांडेय भी मौजूद रहे।