मराठा- धनगर आरक्षण मुद्दे पर विपक्ष का हंगामा
मुंबई. महाराष्ट्र विधानमंडल के शीतकालीन सत्र में विपक्ष ने आरक्षण के मुद्दे पर जोरदार हंगामा किया. विपक्ष की मांग थी कि जब तक सरकार मराठा और धनगर समाज के आरक्षण की रिपोर्ट सदन के पटल पर नहीं रखती, तब तक सदन का कामकाज नहीं होने दिया जाएगा. शोरशराबे के बीच पहली बार 10 मिनट के लिए सभागृह का कामकाज स्थगित कर दिया गया.
अजीत ने घेरा
रांका नेता अजीत पवार ने सरकार पर हमला बोलते हुए कहा कि सरकार के मंत्रियों की अलग- अलग भूमिकाओं के कारण जनता में आरक्षण को लेकर भ्रम की स्थिति पैदा हो गई है. साथ ही विपक्ष ने मांग की कि मराठा आरक्षण के संदर्भ में मुख्यमंत्री सरकार का स्टैंड साफ करें.
शेलार का पवार पर पलटवार
सभागृह में विरोधियों के आरक्षण के मुद्दे पर हंगामे के बाद भाजपा नेता आशीष शेलार ने अजीत पवार की आलोचना करते हुए कहा कि पवार ने अपनी भूमिका क्यों बदली, पहले कहा कि रिपोर्ट न रखी जाए, अब कह रहे हैं कि रिपोर्ट रखी जाए. आखिर उनके मन में क्या है.
मैं शब्दछल नहीं करता: पवार
शेलार के इस बयान पर पवार ने जवाब दिया कि मैं शब्दों से नहीं खेलता. आपकी पार्टी के नेताओं को देखिए. मुख्यमंत्री का अलग नजरिया, चंद्राकात पाटिल , विनोअ तावडे का अलग स्टैंड है, ऐसा पवार ने प्रत्युत्तर में कहा. इसके बाद हंगामा मच गया और सदन की कार्यवाही दोबारा स्थगित हो गई. कामकाज के पुन: शुरू होने के बाद विरोधी दलों के सदस्यों ने अध्यक्ष की आसंदी के पास जा कर चर्चा नहीं, रिपोर्ट पेश की जाए, ऐसी नारेबाजी की. इस दौरान कुछ विधेयक पारित किए गए, उसके बाद सदन की कार्यवाही दिनभर के लिए स्थगित कर दी गई.