मन की बात : प्रधानमंत्री मोदी ने 30 मिनट में की , कई मुद्दों पर चर्चा .
National.नई दिल्ली, 26 मार्च = प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज मन की बात कार्यक्रम के जरिये देश की जनता को संबोधित किया। रेडियो और दूरदर्शन पर रविवार सुबह 11 बजे प्रसारित 30वें मन की बात कार्यक्रम में प्रधानमंत्री मोदी ने 30 मिनट देशवासियों को सम्बोधित करते हुए कई अहम मुद्दों पर बात की।
उन्होंने इस दौरान चंपारण सत्याग्रह, 23 मार्च 1931 के शहीद भगत सिंह, सुखदेव, राजगुरु की शहादत, सर्वजन हिताय के मूल मंत्र, पर्यावरण को लेकर एक दिन पट्रोल-डीजल का इस्तेमाल नहीं करने, भोजन की बर्बादी रोकने, योग, प्राणायाम, डिजिटल पेमेंट, स्वच्छ भारत अभियान, मातृत्व अवकाश जैसे मुद्दों पर अपनी बात कही। साथ ही उन्होंने रामनवमी, बाबा साहेब भीमराव आंबेडकर जयंती, महावीर जयंती और चैत्र शुक्ल प्रतिपदा की देशवासियों को बधाई भी दी।
उन्होंने कहा है कि चंपारण सत्याग्रह में महात्मा गांधी की संगठन शक्ति सामने आई थी। सामाजिक जीवन की शुरुआत करने वाले चंपारण सत्याग्रह को अवश्य जानें। गांधी जी देश की नब्ज को समझते थे। गांधी जी ने संघर्ष और निर्माण दोनों सिखाया। देश के 125 करोड़ लोग नया भारत बनाना चाह रहे हैं। नव भारत निर्माण कोई सरकारी कार्यक्रम नहीं, पूरे देश का कार्यक्रम है। सर्वजन हिताय के मूल मंत्र को लेकर देश के लोगों की मदद करना ही हमारा असली मकसद है।
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उन्होंने देशवासियों से अपील करते हुए कहा कि भोजन की बर्बादी रोकें। खाना फेंकना समाजद्रोह के समान है। गंदगी के खिलाफ मन में गुस्सा पैदा करना होगा। हम जरूरत से ज्यादा चीजें प्लेट में ले लेते हैं औऱ फिर जूठन छोड़ देते हैं। हमने कभी सोचा है कि अगर जूठन न छोड़ें तो उससे कितने गरीबों का पेट भरा जा सकता है। स्वच्छ भारत अभियान देश में आंदोलन बन चुका है। सबको स्वच्छता के लिए प्रयास करने चाहिए।
उन्होंने कहा है कि जो लोग शारीरक स्वास्थ्य के संबंध में जागरूक होते हैं वो पेट के साथ प्लेट भी थोड़ी ख़ाली रखते हैं। जब स्वास्थ्य की बात आई है तो 7 अप्रैल को विश्व स्वास्थ्य दिवस है और इसको याद रखना आवश्यक हो जाता है। संयुक्त राष्ट्र ने 2030 तक सबको स्वास्थ्य का लक्ष्य तय किया है।
डिप्रेशन पर चर्चा
उन्होंने कहा कि हम लोग भी डिप्रेशन शब्द से परिचित हैं जिसका शाब्दिक अर्थ अवसाद हैं। एक अनुमान के मुताबिक दुनिया के अन्दर 35 करोड़ से ज़्यादा लोग मानसिक रूप से, अवसाद से पीड़ित हैं। मुसीबत ये है कि हमारे अगल-बगल में भी इस बात को हम समझ नहीं पाते हैं और शायद इस विषय में खुल कर के बात करने में हम संकोच भी करते हैं। उन्होंने देशवासियों से अपील करते हुए कहा कि आपके आस पास जो भी हो रहा है उसकी चर्चा आप परिवार से अवश्य करें। योग, प्राणायाम से डिप्रेशन दूर होता है। अंतरराष्ट्रीय योग दिवस पर लोगों से सुझाव भी मांगे।
भीम ऐप पर चर्चा
उन्होंने कहा कि देशवासी एक वर्ष में 2500 करोड़ डिजिटल लेन-देन करने का संकल्प कर ले इससे कालाधन के खिलाफ लड़ाई आगे बढ़ाने में मदद मिलेगी। नोटबंदी के बाद से डिजिटल पेमेंट में काफी वृद्धि देखने को मिली है। आगामी 14 अप्रैल को डॉ. बाबा साहेब अम्बेडकर की जन्म-जयंती है। उनकी जन्म-जयंती पर डिजि-मेला का समापन होने वाला है। अभी तक 1.5 करोड़ लोगों ने भीम ऐप डाउनलोड किया है।
कामकाजी महिलाओं पर चर्चा
उन्होंने कहा कि जो कामकाजी महिलाओं की संख्या दिनों-दिन बढ़ रही है। ये स्वागत योग्य है, लेकिन साथ-साथ, महिलाओं के पास विशेष ज़िम्मेवारियाँ भी हैं जैसे वो परिवार की ज़िम्मेवारियाँ संभालती हैं। घर की आर्थिक ज़िम्मेवारियाँ भी उनकों वहन करनी पड़ती है। उसके कारण कभी-कभी नवजात शिशु के साथ अन्याय हो जाता है। भारत सरकार ने एक बहुत बड़ा फ़ैसला भारत की माताओं बहनों के लिए किया है। कामकाजी वर्ग की महिलायें हैं, उनको प्रसूति के समय, मैटरनिटी लीव जो पहले 12 सप्ताह मिलती थी, अब उसे 26 सप्ताह कर दिया गया है। यह सरकार का ऐतिहासिक कदम है।
रामनवमी की बधाई
उन्होंने देशवासियों को 5 अप्रैल को रामनवमी की बधाई देते हुए कहा कि यह एक पावन पर्व है। 9 अप्रैल को महावीर जयंती की बधाई दी।14 अप्रैल को बाबा साहब आंबेडकर की जयंती की बधाई दी।
हिन्दू नववर्ष की शुभकामनायें
प्रधानमंत्री मोदी ने देशवासियों को हिन्दू नववर्ष की शुभकामनायें देते हुए कहा कि दो दिन के बाद चैत्र शुक्ल प्रतिपदा, वर्ष प्रतिपदा, नव संवत्सर, इस नववर्ष के लिये समस्त देशवासियों को बहुत-बहुत शुभकामनाएं। चैत्र मास की शुक्ल प्रतिपदा को गुड़ी पड़वा या वर्ष प्रतिपदा या उगादि (युगादि) कहा जाता है। इस दिन हिन्दू नववर्ष का आरम्भ होता है।