भारत-बांग्लादेश के बिच तीस्ता समझौता अहम.
National.नई दिल्ली, 08 अप्रैल= बांग्लादेश की प्रधानमंत्री शेख हसीना भारत प्रवास के दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ द्विपक्षीय हित के मुद्दों पर बातचीत करेंगी। दोनों नेताओं के बीच वार्ता के दौरान तीस्ता समझौते को लेकर बने गतिरोध के अलावा आतंकवाद से मुकाबला, कट्टरपंथ पर काबू और सुरक्षा सहयोग में वृद्धि जैसे मुद्दों के प्रमुखता से उठने की संभावना है।
हसीना के इस दौरे का सबसे अहम मकसद भारत को तीस्ता नदी के पानी पर लंबित समझौते के लिए तैयार करना है। वहीं, दूसरी तरफ पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी इसका विरोध कर रही हैं। ममता बनर्जी शेख हसीना के सम्मान में आयोजित भोज में शामिल होंगी।
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उल्लेखनीय है कि सितंबर, 2011 में भी ममता की आपत्ति के बाद अंतिम समय में तीस्ता समझौता नहीं हो पाया था। बांग्लादेश के लिए विशेषकर दिसंबर से लेकर मार्च की अवधि में पानी की कमी के चलते तीस्ता का जल महत्वपूर्ण हो जाता है क्योंकि इस दौरान जल का प्रवाह अक्सर अस्थायी रूप से 1,000 क्यूसेक से लेकर 5,000 क्यूसेक से भी नीचे तक चला जाता है। तीस्ता समझौता दोनों देशों के लिए एक अहम राजनीतिक आवश्यकता है। इससे भारत को बांग्लादेश में चीन के बढ़ते प्रभाव पर अंकुश लगाने में सहायता मिलेगी।