बिरसा मुण्डा, सिदो-कान्हू जैसे वीर सपूतों ने त्याग व बलिदान से झारखण्ड की धरती को सींचा है : राष्ट्रपति
रांची, 15 नवम्बर (हि.स.)। राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने 17वें झाऱखण्ड राज्य स्थापना दिवस के मौके पर बुधवार को यहां ऐतिहासिक मोराबादी मैदान में कहा कि राज्य के लोगों में नई ऊर्जा और यहां उपस्थित लोगों के उत्साह को देखकर झारखण्ड राज्य की स्थापना का निर्णय लेने वाले अटल बिहारी बाजपेयी के प्रति मैं सम्मान और धन्यवाद व्यक्त करता हूं । उन्होंने कहा कि भगवान बिरसा मुण्डा ,पीर सिदो-कान्हू, चांद-भैरव,तिलका मांझी, नीलाम्बर-पीताम्बर जैसे अनेक वीर सपूतों ने अपने त्याग और बलिदान से झारखण्ड की धरती को सींचा है । इन विभूतियों ने समानता एवं न्याय पर आधारित समाज के सपने को सकार करने के लिए अपना सबकुछ न्यौछावर कर दिया ।
राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने कहा कि भगवान बिरसा मुण्डा की 142वीं जयंती है । केवल पच्चीस वर्ष की अल्प आयु में उनकी शहादत हुयी थी । हम सभी का यह फर्ज बनता है कि ऐसे महान सपूतों को हमेशा याद करें और उनके उद्देश्यों को पाने के लिए इस जनजातीय बाहुल प्रदेश में आदिवासी भाई-बहनों की खुशहाली के लिए अपने प्रयासों को जारी रखें। इस राज्य ने देश को अनेक अन्तर्राष्ट्रीय स्तर के खिलाड़ी दिए है जिनमें महेंद्र सिंह धौनी (क्रिकेट) और दिपीका कुमारी (तीरंदाजी) प्रमुख है ।
राष्ट्रपति ने कहा कि राज्य सरकार ने वर्ष 2022 तक किसानों की आय दोगुनी करने का लक्ष्य रखा है । मुझे आशा है कि इस दिशा में हर संभव प्रयास किया जायेगा । आज इस अवसर पर स्वास्थ्य बीमा का शुभारंभ हुआ है जिसके तहत राज्य के 80 प्रतिशत परिवार लाभांवित होंगे । राज्य के लोगों को लिए मुफ्त 108 एम्बुलेंस सेवा शुरुआत सराहनीय है । शिक्षा के क्षेत्र में आधुनिक तकनीकों का समावेस करने की दिशा में विद्यावाहिनी योजना के प्रभावी कार्यान्वयन के दूरगामी परिणाम होंगे । स्थापना दिवस के मौके पर आखिर में मुख्य अतिथि रामनाथ कोविंद ने कहा कि झारखंड स्थापना दिवस के मौके पर अपनी पहली ही यात्रा में धरती आबा बिरसा मुण्डा की प्रतिमा पर उनकी जयंती के दिन श्रद्धासुमन करने का मौका मिला, यह मेरे लिए गर्व की बात है । राज्य के 3.30 करोड़ लोगों को राज्यस्थापना दिवस की हार्दिक शुभकामना देता हूँ ।