पटना, सनाउल हक़ चंचल-
पटना। पटना में हुए दो फौजियों की हत्या मामले में बड़ा खुलासा हुआ है. बताया जा रहा है कि मृतक संतोष कुमार सिंह के लाइसेंसी राइफल से ही गोली चली है. संतोष बिहार रेजिमेंट के फर्स्ट बटालियन में हैदराबाद में पोस्टेड था. दूसरा उसका दोस्त रिंकेश कुमार सिंह बिहार रेजिमेंट सेंटर दानापुर में रिकार्ड कंपनी में पोस्टेड था.
उधर घटनास्थल का मुआयना करने बिहार रेजिमेंट के कमांडेंट ब्रिगेडियर एम नटराजन और आर्मी इंटेलिजेंस के अधिकारी भी पहुंचे.बता दें कि सबसे पहले रिंकेश की बहन जो बगल के अपार्टमेंट में रहती थी पहुंची और दरवाजा को खोला. पिंकी का आरोप संतोष ही उसके भाई रिंकेश की शादी कराने के लिए दबाव बना रहा था. संतोष भी ट्रेनिंग के दौरान रिंकेश का इंस्ट्रक्टर रह चुका था. दोनों अक्सर घर में जुटते थे.
वहीं दूसरा कारण सामने आ रहा है कि संतोष के घर में सेना में भर्ती से जुड़े मामले चलते थे. पुलिस को सूचना के छह घंटे बाद एफएसएल टीम पहुंची. तबतक परिजनों को घर के अंदर नहीं जाने दिया गया. पुलिस के रवैये और मकान मालिक और केयरटेकर की भूमिका को लेकर पुलिस के साथ परिजनों की झड़प भी हो गई.
बताया जा रहा है कि घटना देर रात की है. उसी घर के केयर टेकर राजू के मुताबिक संतोष दो अन्य के साथ अपनी पल्सर पर सवार हो शाम को घर आया था. लेकिन बगल में रहने वाले अन्य रेन्टर एक एसएसबी जवान समेत घर के किसी सदस्य ने गोली की आवाज नहीं सुनी. सूत्रों से मिल रही जानकारी के मुताबिक गोली लगने के बाद दोनों के शव को कमरे से हटाकर बाथरूम तक ले जाया गया. घर का मेन दरवाजा अंदर से बंद लेकिन पिछला दरवाजा खुला है.
बता दें कि संतोष मूल रूप से छपरा के मसरख थाना क्षेत्र के चकिया गांव का रहने वाला था. वहीं रिंकेश भोजपुर के धोबहा का निवासी बताया जा रहा है. दोनों की मौत दानापुर थाना के मंगलम कॉलोनी के राजेंद्र सिंह के मकान में हुई है. इस मकान में संतोष किराए पर रहता था.