प्रो. सदानन्द ने हिन्दी संस्थान के कार्यकारी अध्यक्ष पद का कार्यभार किया ग्रहण
लखनऊ, 15 सितम्बर : प्रो. सदानन्द गुप्ता न प्रदेश हिन्दी संस्थान के कार्यकारी अध्यक्ष पद का कार्यभार शुक्रवार को ग्रहण कर लिया। इस मौके पर उन्होंने कहा कि भाषा सहज व सरल नहीं बल्कि भाषा का संस्कार ऊंचा होना चाहिए। उन्होंने भाषा के फूहड़पन को दूर करने की भी बात कही।
प्रो. गुप्ता ने कहा कि वह हिन्दी की गौरवशाली विकास यात्रा को आगे बढ़ाने का काम करेंगे। उन्होंने कहा कि लेखन में रस का तादात्म्य होना चाहिए। इसके साथ ही पुरस्कार चयन में सुचिता का ध्यान रखना मेरी प्राथमिकता में होगा। ऐसा कोई कार्य नहीं होगा, जिससे संस्था की बदनामी हो। उन्होंने साहित्यकारों की जयन्ती पर कार्यक्रम आयोजित करने की भी बात कही।
प्रो. गुप्ता ने कहा कि वह हिन्दी के उत्तरोत्तर विकास के लिए पूरे मनोयोग से काम करेंगे। उन्होंने 11 फरवरी 1980 को गोरखपुर विश्वविद्यालय के हिन्दी विभाग में बतौर प्रवक्ता ज्वाइन किया। जून 2013 में वह प्रोफेसर के पद से रिटायर हुये। प्रो.गुप्ता मूल रूप से झारखण्ड के रहने वाले हैं, लेकिन गोरखपुर उनकी कर्मभूमि रही है। प्रो. सदानन्द गुप्ता बिड़ला पुरस्कार, व्यास सम्मान, सरस्वती सम्मान सहित कई प्रतिष्ठित पुरस्कारों के निर्णायक मंडल में रहे हैं।
गौरतलब है कि योगी आदित्यनाथ सरकार बनने के बाद उत्तर प्रदेश हिन्दी संस्थान के कार्यकारी अध्यक्ष का पद रिक्त चल रहा था। निवर्तमान अध्यक्ष उदय प्रताप सिंह ने मार्च 2017 में ही इस्तीफा दे दिया था।