प्रद्युम्न हत्याकांड का नया खुलासा नोटबंदी की खबरों को दबाने का प्रयास : कांग्रेस
नई दिल्ली, 08 नवंबर (हि.स.)। इंडियन नेशनल कांग्रेस (कांग्रेस) ने आज प्रद्युम्न हत्याकांड में नए मोड़ के केंद्रीय अन्वेषण ब्यूरो (सीबीआई) द्वारा किए खुलासे के समय को लेकर सवाल उठाए हैं। कांग्रेस ने खुलासे के समय पर सवाल उठाते हुए इसे नोटबंदी के नुकसान की खबरों को रोकने का प्रयास बताया है। कांग्रेस प्रवक्ता रणदीप सिंह सुरजेवाला ने बुधवार को कहा, ‘भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) द्वारा मीडिया हाउसों पर कथित रूप से दबाव बनाया जा रहा है कि नोटबंदी से जुड़ी खबरों को न चलाए। भाजपा द्वारा सीबीआई की प्रद्युम्न हत्याकांड की रिलीज आज इसलिए जारी की गई ताकि नोटबन्दी के नुकसान की खबरों को दबाया जा सके।’ उन्होंने कहा, ‘भाजपा ने 1 सितम्बर से 15 सितम्बर तक तीन सौ करोड़ रुपए धन जमा किया।
सात और 8 नवम्बर को भाजपा के पश्चिम बंगाल खाते में 8 करोड़ रुपए जमा हुए। नोटबन्दी से ठीक पूर्व बिहार-ओडिशा में कई सम्पतियां खरीदी गई। जिनमे कई जमीनें भाजपा अध्यक्ष अमित शाह के नाम से हैं। अहमदाबाद के कोआपरेटिव बैंक में नोटबन्दी से ठीक पूर्व 500 करोड़ रुपए जमा किए गए। अमित शाह इस बैंक के निदेशक मंडल में हैं। क्या उनकी जांच हुई। नोटबन्दी के दौरान एक स्विफ्ट डिजायर कार गाजियाबाद में पकड़ी गई थी। जिसमें भाजपा के नगर अध्यक्ष ने कहा था कि यह नगदी केंद्रीय मुख्यालय से लखनऊ कार्यालय जा रहा है। पूनम महाजन के कोआपरेटिव बैंक से नए नोट बरामद हुए। जबकि उस वक्त कोआपरेटिव बैंक को नए नोट नहीं जारी किए गए थे। उनकी जांच हुई?, गुजरात के महेश शाह द्वारा 13 हजार 8 सौ करोड़ रुपए घोषित किये गए। पूर्व मुख्यमंत्री सुरेश मेहता ने भी इसमें बाकायदा आरोप लगाया कि यह शीर्ष नेताओं का पैसा है, इनकी जांच हुई?
भाजपा के तमाम नेता सोशल मीडिया पर नोटबन्दी की तारीफ कर रहे हैं| वे अपने पकड़े जाने पर क्यों नहीं बोलते, सरकार ने उनकी जांच नहीं करवाई। जनार्दन रेड्डी के सहयोगी आत्महत्या करते हैं क्या उनकी जांच की? कालेधन को सफेद करने का ही दूसरा नाम नोटबंदी था। उल्लेखनीय है कि गुरुग्राम के रेयान इंटरनेशनल स्कूल में 8 सितंबर को प्रद्युम्न नाम के छात्र की हत्या के मामले में सीबीआई ने स्कूल के ही 11वीं क्लास के छात्र को हिरासत में लिया है।