पीएमओ के इशारे पर अनशन तुड़वाने की कोशिश कर रही पुलिस: स्वाति मालवीय
नई दिल्ली (ईएमएस)। मासूम बच्चियों के साथ दुष्कर्म करने वालों को 6 महीने के अंदर फांसी की सजा दिलाने की मांग को लेकर दिल्ली महिला आयोग (डीसीडब्ल्यू) की अध्यक्ष स्वाति मालवीय का राजघाट के सामने समता स्थल पर अनिश्चितकालीन अनशन जारी है। सोमवार को धरना चौथे दिन में प्रवेश कर गया है।
सोमवार सुबह स्वाति जयहिंद का मेडिकल चेकअप करने के लिए डॉक्टरों की टीम राजघाट पहुंची, लेकिन उन्होंने चेकअप कराने से साफ मना कर दिया। हालांकि, बाद में उन्होंने अपने चेकअप करवाया। सोमवार सुबह मालीवाल राजघाट से बाहर भी आईं थीं। स्वाति की मानें तो अभी उनका कीटोन लेवल उतना ही है, जितना 4 दिन के अनशन के बाद होना चाहिए। स्वाति ने कहा कि उन्होंने दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल से एक मेडिकल टीम के गठन की अपील की है। वहीं, उन्होंने दिल्ली पुलिस पर आरोप लगाया है कि पुलिस पीएमओ के इशारे पर उनका अनशन तुड़वाने की कोशिश कर रही है। उधर, दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने कहा कि हम सबको स्वाति जयहिंद का समर्थन करना चाहिए। उन्होंने दिल्ली के उपराज्यपाल और केंद्रीय गृह मंत्री राजनाथ सिंह से गुजारिश की है कि पुलिस स्वाति को परेशान नहीं करे। इससे पहले स्वाति ने ट्वीट कर केजरीवाल को कहा था कि डीसीपी, एसीपी और डॉक्टर उन्हें परेशान कर रहे हैं। साथ ही कहा था कि दिल्ली पुलिस के कर्मचारी सादी वर्दी में उनके आसपास तैनात हैं।
स्वाति ने कहा कि जब तक प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी देश की बेटियों की सुरक्षा के लिए बेहतर व्यवस्था बनाने का आश्वासन नहीं देते हैं, तब तक अनशन जारी रहेगा। ऐसे मामलों के लिए फास्ट ट्रैक कोर्ट बने, पुलिस के संसाधन बढ़ाए जाए और जवाबदेही तय हो। स्वाति के अनशन को समर्थन देने के लिए निर्भया के माता-पिता, ‘आप’ विधायक अलका लांबा, वंदना कुमारी सहित पूर्व प्रधानमंत्री चंद्रशेखर के राजनीतिक सलाहकार एचसी शर्मा भी पहुंचे। निर्भया की मां ने कहा कि बड़े दुख की बात है कि समाज ने उन्नति तो बहुत कर ली है, लेकिन बेटियां सुरक्षित नहीं हैं। दुष्कर्म करने वालों को फांसी की सजा दी जाए। रविवार को दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल भी समता स्थल पहुंचे थे और स्वाति का समर्थन किया था। इस मौके पर केजरीवाल ने कहा था कि दुष्कर्म खत्म करने का मुद्दा देश का मुद्दा है। अनशन में शामिल होने पर उन्होंने कहा कि मैं एक बाप हूं अपनी बेटी की सुरक्षा के लिए आया हूं। दिल्ली की महिलाओं की सुरक्षा के लिए आया हूं। उन्होंने कहा कि एक ऐसा सिस्टम बनना चाहिए कि दुष्कर्म करने से लोग डरें।