पटना, सनाउल हक़ चंचल-
पटना : मधेपुरा के सांसद पप्पू यादव ने सुबह-सुबह पटना के कुम्हरार में मां शीतला इमरजेंसी हॉस्पिटल में रेड मारा था. पप्पू के छापे के बाद कई दिनों से पैसे के लिए बंधक बनाई गई मधेपुरा की महिला लालती देवी को डर के मारे अस्पताल ने छोड़ा. फिर सिविल सर्जन और थानेदार भी अस्पताल आये. पप्पू ने सबों के सामने पूछताछ की और वीडियो बनाया. पाया कि खुद को डाक्टर बताने वाली हॉस्पिटल की डायरेक्टर निशा भारती के पास तो एमबीबीएस की डिग्री है ही नहीं. वह जीएनएम है. फिर भी उसने लालती देवी का आपरेशन किया. पुलिस ने निशा भारती के साथ अस्पताल के दलाल रंजन उर्फ रवि को भी गिरफ्तार किया है.
लालती देवी 12 दिनों से बंधक थी अस्पताल में
गर्भवती लालती देवी को मधेपुरा से सहरसा के दलाल फर्जी डा. प्रमोद ने पैसे लेकर पटना के मां शीतला इमरजेंसी अस्पताल में रेफर कर दिया था. पटना में फर्जी महिला चिकित्सक डा. निशा भारती ने पेट में बच्चे को मरा बताया. आपरेशन कर मरे बच्चे को बाहर निकाल फेंक दिया.
मधेपुरा से दलाल ने पटना के मां शीतला इमरजेंसी अस्पताल में रेफर किया था गर्भवती लालती देवी को.
इसके बाद लालती देवी अस्पताल में बंधक बना ली गई थी. दस दिन से अधिक हो गये थे. पचास हजार रुपये अस्पताल ले चुका था. पर निशा भारती कह रही थी कि और पैसे लिए बगैर न तो टांका काटेंगे और न ही घर जाने देंगे. अस्पताल का पैसा चुकाने के लिए लालती देवी के पति निर्धन राम ने गाय भी बेच दिया. अभी और पैसों की जरुरत थी, सो बड़े किंतु मासूम बेटे ने मां को अस्पताल से छुड़ाने के लिए मधेपुरा में भीख मांगना शुरु कर दिया.
आज सुबह खबर मिली तो सांसद पप्पू यादव पटना में अस्पताल में रेड करने को पहुंच गये. फिर तो सब कुछ फर्जी निकला. निशा भारती ने अपने को बचाने के लिए पप्पू यादव को दस लाख रुपये की पेशकश की. लेकिन पप्पू नहीं माने. कहा, ऐसे फर्जी अस्पतालों को बंद करायेंगे. 10 घंटे में गिरफ्तारी नहीं हुई तो अपने तरीके से रात को अस्पताल का इलाज जनता साथ मिलकर कर देगी.
सांसद पप्पू यादव रविवार सुबह पटना के अस्पताल में रेड करने को पहुंच गये थे.
आईजी के निर्देश पर निशा भारती गिरफ्तार
जांच को पहुंचे सिविल सर्जन का कहना था कि वे अस्पताल को बंद करा सकते हैं. जांच रिपोर्ट देंगे. पर गिरफ्तारी तो पुलिस करेगी. पप्पू यादव अपने कार्यक्रम के लिए गया जा चुके थे. पर उनके समर्थक अस्पातल में प्रेमचंद सिंह और राजेश कुमार पप्पू के साथ जमा थे. अगमकुआं थाना देरी कर रही थी. पुलिस की ओर से की जा रही देरी की जानकारी पप्पू यादव को दी गई. फिर उन्होंने पटना के आईजी नैयर हसनैन खान से बात की. इसके बाद हरकत में आई अगमकुंआ पुलिस ने महिला आरक्षी को बुलाने के बाद निशा भारती और दलाल रंजन उर्फ रवि को गिरफ्तार कर लिया.
मां शीतला अस्पताल में रेड मारने को आये पप्पू यादव पूरी तैयारी से आये थे. लालती देवी को आजाद कराने के बाद वे पहले तो साथ में ही जमीन पर बैठ गये. फिर लालती देवी को पैसे देकर घर भेजने की व्यवस्था कराई. इसके बाद पप्पू यादव सिविल सर्जन के साथ फर्जी चिकित्सक डा. निशा भारती से मिले. पूरे मामले का पप्पू यादव वीडियो बनवाते रहे.
निशा भारती लगातार झूठ और बयान बदलती दर्ज की गई. पहले तो उसने कहा कि आपरेशन के दिन नहीं थी. पर लालती देवी के पति ने साफ कहा कि आपरेशन तो इन्होंने ही किया था. जब पप्पू यादव ने पूछा कि आपने नहीं तो दूसरे किस डाक्टर ने आपरेशन किया तो वह बता नहीं सकी. इस हॉस्पिटल में कोई भी डाक्टर नहीं मिला.