पत्नी प्रताड़ना में अव्वल हो गई दिल्ली !
नई दिल्ली, 18 अप्रैल (अश्वनी शर्मा)। दिल्ली के मर्द अपनी पत्नियों को प्रताड़ित करना अपनी शान समझते हैं। यह हम नहीं दिल्ली पुलिस के आंकड़े बता रहे हैं। भले ही दिल्ली देश की राजधानी हो। लेकिन अपने घर की महिलाओं को प्रताड़ित करने में उन राज्यों से भी आगे हैं,जो शिक्षा के मामले में दिल्ली से काफी पीछे हैं। दिल्ली पुलिस की मानें तो हर दिन दिल्ली में 10 से अधिक महिलाएं अपने पति से प्रताड़ित होती हैं।
गत वर्ष 2016 में पति के खिलाफ प्रताड़ित करने के करीब 3877 मामले दर्ज हुए थे। यही हाल दहेज हत्या का भी है। आंकड़े बताते हैं कि हर महीने 13 से अधिक महिलाएं दहेज के लिए बलि चढ़ जाती हैं। गत वर्ष 2016 में 162 महिलाएं दहेज की बलि चढ़ गई थी। जबकि इस वर्ष ढाई महीने के अंदर 31 महिलाएं की हत्या दहेज के लिए कर दी गई। जबकि 506 महिलाएं अपने पति के प्रताड़ना की शिकार हुईं। पिछले वर्ष जहां 15 मार्च तक पति के खिलाफ प्रताड़ना के 849 मामले दर्ज हुए थे। वहीं इस वर्ष 15 मार्च तक 506 मामले दर्ज हुए है।
वहीं पिछले साल 15 मार्च तक दहेज हत्या के 29 मामले दर्ज हुए थे,जो कि इस साल बढ़कर 31 हो गए हैं। हालांकि अब यहां की महिलाएं पति की प्रताड़ना के खिलाफ अपनी आवाज उठा रही हैं और उनके खिलाफ पुलिस में जाकर शिकायतें दर्ज करा रही हैं। लेकिन जिस तरह से यह आंकड़े बढ़ रहे हैं, वह काफी ही दुखदाई और चिंतनीय है। दिल्ली पुलिस महिलाओं की सुरक्षा के लिए नए-नए एप्प,महिला हेल्प लाइन नंबर, हर थानों में अलग से महिला डेस्क बनाकर उनकी मदद की हर संभव कोशिश करती है।
लेकिन दिल्ली पुलिस में अभी भी महिला पुलिसकर्मियों की संख्या काफी कम है। इसी का नतीजा है कि अब भी पीड़ित महिलाएं अपनी बात पूरी तरह से पुरूष पुलिसकर्मियों के सामने नहीं कह पाती हैं। दिल्ली पुलिस में करीब 78 हजार पुलिसकर्मी हैं, जिसमें महिला पुलिसकर्मियों की संख्या सिर्फ 7453 है यानि सिर्फ दस फीसदी ही महिलाएं दिल्ली पुलिस में कार्यरत हैं।
आंकड़े :
वर्ष : पति के खिलाफ उत्पीड़न के मामले हुए दर्ज
2016 : 3877
2015 : 3536
दहेज हत्या:
2016 : 162
2015 : 122
15 मार्च 2017 तक आंकड़े
पति के खिलाफ उत्पीड़न के 506 का मामला दर्ज हुए,जबकि देहज हत्या के करीब 31 मामले दर्ज हुए।