नई दिल्ली, 27 दिसम्बर= कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी ने मंगलवार को दावा किया नोटबंदी पर सरकार के खिलाफ सभी विपक्षी दल एकजुट हैं। प्रधानमंत्री बताएं कि नोटबंदी के पीछे उनका क्या लक्ष्य था।
नोटबंदी पर सरकार को घेरने के लिए मंगलवार दोपहर को कांग्रेस के नेतृत्व में विपक्ष की महत्वपूर्ण बैठक हुई। इसमें कांग्रेस, तृणमूल, द्रमुक, आरजेडी, जेडी(एस), जेएमएम, आईयूएमएल और एआईयूडीएफ समेत आठ विपक्षी पार्टियां शामिल हुईं। इसके बाद संयुक्त संबोधन में सभी विपक्षी दलों ने कहा, बैठक में एक न्यूनतम साझा एजेंडा कार्यक्रम पर चर्चा की गई।
राहुल गांधी ने कहा कि ‘नोटबंदी से न कालाधन खत्म हुआ, न भ्रष्टाचार| पीएम ने कहा था कि 30 दिसम्बर तक सब ठीक हो जाएगा, लेकिन अभी तक स्थिति वैसी की वैसी ही है। पीएम को जवाब देना होगा’। राहुल गांधी ने कहा, ‘प्रधानमंत्री बताएं कि नोटबंदी के पीछे उनका क्या लक्ष्य था। नोटबंदी पर सरकार के खिलाफ सभी विपक्षी दल एकजुट हैं। ‘
वहीं तृणमूल प्रमुख और पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने कहा कि नोटबंदी अब तक का सबसे बड़ा घोटाला है। ममता ने कहा कि पीएम ने 50 दिन मांगे थे। क्या अब वे इस्तीफा देंगे। देश में हालात ठीक नहीं हैं। इन चालीस दिनों में देश 20 साल पीछे चला गया है। जो काम आरबीआई को करना चाहिए था, वह भी आपने किया। आप किसी को भोजन नहीं दे सकते और सब कुछ छीन लिया। बैंक में तो 6 हजार रुपया भी नहीं मिलता है। पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ने कहा कि कैशलेस के नाम पर मोदी सरकार बेसलेस हो गई है| टोटल फेसलेस हो गई है। ममता ने कहा कि ये इमरजेंसी नहीं, सुपर इमरजेंसी है। संसद को बिना भरोसे लिए हुए फैसला लिया गया।
ममता ने प्रधानमंत्री पर आरोप लगाते हुए कहा कि अच्छे दिन के नाम पर आपने देश के किसानों और गरीबों को लूट लिया।