नोटबंदी के खिलाक कांग्रेस ने लखनऊ में निकाला जुलूस तो, कानपुर में किया प्रदर्शन.
लखनऊ, 18 जनवरी= कांग्रेस पार्टी ने बुधवार को राजधानी लखनऊ नोटबंदी के बाद नकदी निकालने की सीमा तय करने और अपनी बातों से मुकरने के विरोध में कांग्रेसी कार्यकर्ताओं ने रिजर्व बैंक का घेराव करने के लिए जुलूस निकाला। हलांकि आयोग द्वारा जुलूस निकालने पर पाबंदी लगाने के बावजूद कांग्रेस ने लखनऊ में जुलूस निकाला। वहीं कानपुर में भी आरबीआई दफ्तर पर कांग्रेस ने प्रदर्शन किया। लखनऊ में प्रदर्शन का नेतृत्व कांग्रेस नेता शकील अहमद ने किया।
आरबीआई गोमतीनगर की ओर कूच किया जहां रास्ते में माल एवेन्यू चैराहे पर आगे बढ़ने पर भारी पुलिस बल द्वारा कंाग्रेसजनों को रोक दिया गया। कांग्रेसजनों द्वारा मोदी सरकार और आरबीआई के खिलाफ नारेबाजी कर अपना विरोध प्रकट किया गया। इसके बाद वरिष्ठ नेताओं के द्वारा शासन को ज्ञापन सौंपा गया।
जनता का धन लूटकर पूंजीपतियों में बांट रहे मोदी: जेपी अग्रवाल
इस मौके पर दिल्ली प्रदेश कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष एवं एआईसीसी के यूपी के कोआर्डिनेटर व पूर्व सांसद बीजेपी अग्रवाल ने कहा कि पूंजीपतियों की दलाली करने वाले मोदी ने पहले नोटबन्दी फिर अब भूमि अधिग्रहण करके जमीनों को भी पूंजीपतियों को देने जैसे कार्य करने में लगे हुए हैं। आज हमारे देश का प्रधानमंत्री जनता का धन लूटकर पूंजीपतियों में बांट रहा है यह बड़ा ही दुर्भाग्यपूर्ण है। उन्होने कहा कि जिस प्रकार आरबीआई के गवर्नर ने केन्द्र सरकार के इशारे पर जनविरोधी कृत्य किया है उसके विरोध में आज देश के आरबीआई की 33 शाखाओं पर कांग्रेस पार्टी घेराव कर रही है। मोदी सरकार ने आरबीआई की स्वायत्ता को खत्म करने का काम किया है। कांग्रेस पार्टी हर स्तर पर मोदी सरकार की इन जनविरोधी नीतियों का डटकर विरोध करेगी।
नोटबंदी के कारण 35 प्रतिशत बढ़ी बेरोजगारी: शकील अहमद
इस मौके पर एकत्र जनसमुदाय को सम्बोधित करते हुए पूर्व केन्द्रीय मंत्री शकील अहमद ने कहा कि विगत लोकसभा चुनाव में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने देश की जनता से कहा था कि जो कालाधन विदेश में है उसे हम भारत वापस लायेंगे और देश के प्रति व्यक्ति के खाते में 15-15 लाख रूपये जमा करायेंगे किन्तु किसी के खाते में एक रूपया भी जमा नहीं हुआ, उल्टे जब सत्ता में आये तो देश की गरीब जनता का ही धन निकलवाने का काम किया है। उन्होने कहा कि आरबीआई का आंकड़ा है कि 35 प्रतिशत बेरोजगारी नोटबन्दी के चलते बढ़ी है आगे 60 प्रतिशत बढ़ जोयगी। मोदी सरकार ने 2 करोड़ प्रतिवर्ष नौकरी देने का जो वादा किया था उसमें वह पूरी तरह विफल रहे हैं।
सांसद प्रमोद तिवारी एवं डॉ. संजय सिंह, दिल्ली प्रदेश के पूर्व अध्यक्ष एवं पूर्व सांसद जेपी अग्रवाल कोआर्डिनेटर उप्र, पूर्व मंत्री रावदान सिंह, पूर्व सांसद अन्नू टण्डन एवं विनय कुमार पाण्डेय, महिला कांग्रेस की अध्यक्ष प्रतिमा सिंह, युवा कांग्रेस के अध्यक्ष अंकित परिहार, पूर्व मंत्री रामकृष्ण द्विवेदी, सत्यदेव त्रिपाठी, विधायक अराधना मिश्रा‘मोना’, पूर्व विधायक ईश्वरचन्द्र शुक्ला, पूर्व विधायक फजले मसूद, पूर्व विधायक श्यामकिशोर शुक्ला, विजय प्रकाश पूर्व विधायक, महामंत्री हनुमान त्रिपाठी, प्रमोद सिंह एवं डॉ आरपी त्रिपाठी, वीरेन्द्र मदान, द्विजेन्द्र त्रिपाठी, सुबोध श्रीवास्तव, मारूफ खान आदि सहित सैंकड़ों की संख्या में वरिष्ठ नेतागण एवं कार्यकर्ता मौजूद रहे।