नई दिल्ली, 31 दिसम्बर= नये साल 2017 की पूर्व संध्या पर वैश्विक घड़ी में एक ‘लीप सेकेण्ड’ जुड़ेगा। इसके कारण नये साल की शुरूआत में एक सेकेंड की देरी होगी।
असल में इसकी मुख्य वजह 2016 का एक सेकेण्ड बड़ा होना है। वैसे तो 2016 लीप वर्ष था इसमें फरवरी 29 दिनों की थी। आमतौर पर फरवरी 28 दिनों की ही होती है।
अमेरिका की नौसेना वेधशाला के अनुसार समन्वित वैश्विक समय (यूटीसी) के अनुसार 23 बजकर 59 मिनट और 59 सेकंड पर अतिरिक्त ‘लीप सेकंड’ जोड़ा जाएगा। वैज्ञानिकों एक सेकेंड के विषय में बताया कि साल की समाप्ति पर एक लीप सेकंड का समय और जुड़ जाएगा। इसकी वजह धरती के घूर्णन की गति का पहले से कुछ मंद होना बताया गया है।