वॉशिंगटन (ईएमएस)। बांग्लादेश के कॉक्स बाजार में शरण लिए करीब डेढ़ से दो लाख रोहिंग्या शरणार्थियों पर मानसून के दौरान बाढ़ और भूस्खलन का खतरा है। संयुक्त राष्ट्र महासचिव एंतोनियो गुतारेस के प्रवक्ता स्टीफन दुजारिक ने बताया कि इस महीने की शुरूआत में आए तूफान के कारण 7000 से अधिक रोहिंग्या शरणार्थी प्रभावित हुए हैं।
उन्होंने कहा, मानसून में आम तौर पर कॉक्स बाजार में 2.5 मीटर बारिश होती है, जिसके कारण बाढ़ आती है। इसके कारण मानसून के मौसम में शरणार्थियों और 883 सामुदायिक केन्द्रों को बाढ़ या भूस्खलन का खतरा है, जबकि इनमें से 25,000 शरणार्थियों पर गंभीर खतरा है। दुजारिक ने बताया कि संयुक्त राष्ट्र की एजेंसियों ने शरणार्थियों पर बारिश का प्रभाव कम करने के लिए तैयारियां तेज कर दी है।