दिमाग में नहीं आ रहा कोई आइडिया तो कुछ देर टहलें
मुंबई (ईएमएस)। क्या आप अपने ऑफिस की किसी समस्या का समाधान नहीं ढूंढ़ पा रहे हैं या फिर कोई रचनात्मक चीज लिखते समय आपका दिमाग काम नहीं कर रहा है?तो फिर आसपास थोड़ा टहलिए,क्योंकि एक शोध में ये साबित हुआ है कि बैठने की तुलना में टहलते समय आप ज्यादा क्रिएटिव होते हैं है।
सेंटा क्लारा यूनिवर्सिटी के मेरिली ओपेजे ने बताया कि जिंदगी में शारीरिक क्रियाएं शामिल होना हमारे दिल ही नहीं बल्कि दिमाग के लिए भी लाभदायक है। बहुत से लोग दावा करते हैं कि वह टहले समय बेहतर तरीक से सोच पाते हैं। ओपेजो और उनके साथी डेनियल एल श्वार्ट्ज ने इसके लिए 176 लोगों पर अध्ययन किया,जिसमें ज्यादातर कॉलेज छात्र थे। उन्होंने पाया कि रचनात्मक सोच को मापने के लिए परीक्षण में बैठे रहने वालों की अपेक्षा टहलने वालों की प्रतिक्रिया ज्यादा रचनात्मक थी। टहलते हुए परीक्षण देने वाले छात्र एक ही अनुभव में ज्यादा रचनात्मक दिखे। प्रकाशित अध्यन में बताया गया कि अन्य परीक्षणों में भी टहलने वाले समूहों की प्रतिक्रिया, बैठने वालों की अपेक्षा बेहतर रही।