दस्यु बबुली कोल मुठभेड़ में घायल, शहीद दारोगा के परिजनों को देंगे 25 लाख: एडीजी
चित्रकूट, 24 अगस्त (हि.स.)। सात लाख के इनामी दस्यु बबुली कोल के गिरोह से पुलिस की मुठभेड़ जारी है। दारोगा की शहादत को बेकार नहीं जाने दिया जाएगा और हर हाल में डकैतों को मार गिराया जाएगा। डकैतों को मारकर ही शहीद दारोगा को सच्ची श्रद्धांजलि दी जाएगी।
यह बात इलाहाबाद जोन के अपर पुलिस महानिदेशक एस.एन. सावंत ने हिन्दुस्थान समाचार से खास बाचतीत में कही। उन्होंने बताया कि शहीद दारोगा जय प्रकाश सिंह का शव पुलिस लाइन लाया गया है। उनके परिजनों के आने के बाद उन्हें ससम्मान सुपुर्द कर दिया जाएगा। सुरक्षा की दृष्टि से मुठभेड़ में घायल एसओ वीरेन्द्र त्रिपाठी व डकैत राजू कोल को मानिकपुर अस्पताल से कर्वी के जिला अस्पताल लाया जा रहा है। निहि चरैया के जंगलों में अभी भी पुलिस मोर्चा संभाले हुए है। हमारा प्रयास है कि शाम होने से पहले ही दस्यु गैंग का सफाया कर दिया जाय। इसीलिए एमपी पुलिस को भी जंगल के नजदीक बार्डर पर तैनात करने का आग्रह किया गया है। वहां की पुलिस बार्डर से गोलीबारी कर रही है जिसके चलते दस्यु गैंग के पास एमपी भाग जाने के रास्ते बंद हो गये हैं। एडीजी सावंत ने पुलिस लाइन में ही शहीद के परिजनों को 25 लाख दिये जाने की घोषणा भी की है।
मानिकपुर थाना क्षेत्र के निहि चरैया जंगल में बुधवार देर रात से कुख्यात डकैत बबुली कोल के खिलाफ सर्च आपरेशन चलाया गया जिसमें रैपुरा थाना के उप निरीक्षक जेपी सिंह शहीद हो गये।
मुठभेड़ बढ़ती देख एडीजी कानून व्यवस्था आनंद कुमार ने लखनऊ से एसटीएफ की टीम व पीएसी की 39वीं बटालियन को निहि चरैया जंगल भेज दिया।
मारा गया लवलेश कोल!
जंगल के पुख्ता सूत्रों की माने तो करीब एक घंटे से दोनों तरफ से गोलीबारी बंद हो गई है। बताया जा रहा है कि दस्यु लवलेश कोल मारा गया है। सरगना बबुली कोल को भी गोली लगी है जिसे जमुना कोल इलाज के लिए उसे जंगल से लेकर भाग निकला। हालांकि इस पर पुलिस अभी कुछ बोलने को तैयार नहीं है।